भरतपुर। केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी ने रविवार को नगर विकास न्यास ऑडिटोरियम में जन कौशल संवाद का आयोजन किया। इस अवसर पर उन्होंने युवाओं और किसानों को संबोधित करते हुए कौशल एवं उद्यमिता विकास मंत्रालय द्वारा संचालित कौशल रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
जयंत चौधरी ने कहा कि आधुनिक तकनीकों की जानकारी से युवा और किसान अधिक लाभ उठा सकते हैं। उन्हें अपने कौशल को निखारकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की आवश्यकता है। प्रदेश में 65 लाख किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत सीधे लाभ दिया जा रहा है, जिससे उनके खातों में 8,000 रुपये पहुंचाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, पीएम विश्वकर्मा योजना, और आईटीआई के माध्यम से युवाओं को विभिन्न अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने निजी क्षेत्र की शिक्षण संस्थाओं की भी सराहना की, जो युवाओं के कौशल विकास में योगदान कर रही हैं। बजट की कमी नहीं आने देने का आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि श्रमिकों की जरूरत के अनुसार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
चौधरी ने बताया कि केंद्र सरकार कौशल विकास के जरिए रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है, और पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत पुस्तैनी काम करने वालों के कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। तीन वर्षों में 30 लाख लोगों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे गांवों की समस्याओं को हल करने में आगे आएं, जिससे विकास तेजी से हो सके। भरतपुर में पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 5,500 लोग पंजीकृत हैं, और 11 संस्थाओं द्वारा प्रशिक्षण का कार्य चल रहा है।
चौधरी ने कहा कि आगामी दीपावली के बाद भरतपुर में कौशल मेला आयोजित किया जाएगा, जिसमें स्थानीय उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुसार युवाओं को रोजगार दिलाने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि 15 लाख रुपये इकरन और 10 लाख रुपये मुरवारा गांव के विकास कार्यों पर खर्च किए जाएंगे।
भरतपुर विधायक डॉ. सुभाष गर्ग ने जानकारी दी कि कौशल रथ विभिन्न स्थानों पर 23 सितंबर से 1 नवंबर तक रहेगा, जिसमें कंप्यूटर के माध्यम से युवाओं को कौशल उन्नयन और रोजगार संबंधी जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने किसानों और युवाओं से योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया और भरतपुर को एनसीआर से बाहर करने की मांग भी उठाई।
इस समारोह में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार, पूर्व सांसद मलूक नागर, और अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।