UP News: अंबेडकरनगर में SDO कटेहरी की मनमानी के चलते पिछले चार दिनों से सैकड़ों गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित है। उच्च अधिकारियों की अनदेखी और शिकायतों के अंबार के बावजूद SDO अपने पद पर बने हुए हैं। कर्मचारियों के प्रति दोहरे मापदंड अपनाने के कारण गुटबाजी और रोष फैला हुआ है, जिससे फील्ड में कार्य प्रभावित हो रहा है। एसडीओ की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन किसी भी स्तर पर कार्रवाई नहीं की जा रही। सोशल मीडिया पर भी सैकड़ों शिकायतें दर्ज हो रही हैं, लेकिन राजनीतिक संरक्षण के कारण कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। अब पत्रकारों को भी SDO की शिकायत करने पर एफआईआर की धमकी दी जा रही है, जो इस स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
अंबेडकरनगर। SDO कटेहरी के मनमाने तरीके और अधीनस्थ कर्मचारियों को लेकर अपनाए जा रहे दोहरे मापदंड के चलते पिछले तीन दिनों से कटेहरी विद्युत उपकेंद्र से जुड़े सैकड़ो गांवों की विद्युत आपूर्ति बाधित है। जिले के सक्षम अधिकारियों से लेकर मंडल स्तर के विद्युत विभाग के अधिकारियों तक मामला संज्ञान में होने के बावजूद भी तीन दिन बीत जाने के बाद भी 1 मिनट के लिए भी विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। लोगों का यहां तक कहना है कि मंडल से लेकर जिले तक विद्युत विभाग के अधिकारी SDO कटेहरी के आगे नतमस्तक हैं। इसी वजह से पिछले एक महीने से लगातार शिकायतों के अंबार के बाद भी एसडीओ कटेहरी अपने पद पर बने हुए हैं।
कर्मचारियों के प्रति दोहरा मापदंड सबसे बड़ी समस्या
SDO कटेहरी द्वारा अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को लेकर दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है, जिसके चलते अधीनस्थ कर्मचारियों में रोष है। उपस्थिति रजिस्टर में साहब की चापलूसी करने वाले कर्मचारियों को एडवांस में दो से तीन दिन तक उपस्थित दिखाया जा रहा है। जबकि ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने वाले फील्ड के कर्मचारियों को अनुपस्थित दिखाया जा रहा है। इसी को लेकर वर्तमान समय में विद्युत उपकेंद्र कटेहरी पर कर्मचारियों में गुटबाजी देखी जा रही है और इसका सीधा असर फील्ड में दिख रहा है। इसके साथ ही संविदा पर रखे गए कर्मचारियों से कार्य कराने के उपरांत कई कई महीनो तक उनका वेतन भी नहीं दिया जा रहा है, यह भी एक बड़ी समस्या है।
सक्षम अधिकारी SDO के खिलाफ शिकायतों को कर रहे हैं अनसुना
साहब के कार्य प्रणाली की चर्चा मंडल से लेकर जिले तक के विद्युत विभाग के अधिकारियों को है लेकिन इन सबके बावजूद भी अभी तक सैकड़ो शिकायतों के बाद भी साहब पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिसका नतीजा यह है कि SDO कटेहरी अब पहले से अधिक अभद्रता करते नजर आ रहे हैं। आखिरकार सक्षम अधिकारी SDO पर कार्यवाही क्यों नहीं कर रहे हैं ? इसका जवाब वह स्वयं ही बेहतर दे सकते हैं। उपभोक्ताओं की माने तो साहब का पॉलीटिकल कनेक्शंस कुछ ज्यादा ही बेहतर है जिसकी वजह से इन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
साहब की सोशल मीडिया पर प्रतिदिन आ रही हैं सैकड़ो शिकायतें
जिले के विद्युत विभाग के सोशल मीडिया अकाउंट को चेक करने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि प्रतिदिन एसडीओ कटेहरी से संबंधित सैकड़ो शिकायतें ट्विटर के माध्यम से पोस्ट की जा रही हैं। लेकिन शायद साहब के पॉलिटिकल कनेक्शन के आगे इन शिकायतों को इग्नोर किया जा रहा है।
शिकायत करेंगे तो मिलेगी एफआईआर की धमकी
साहब की बौखलाहट का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है कि पहले जहां सिर्फ शिकायतकर्ताओं को ही एफआईआर कराने की धमकी दी जाती थी। अब उस लिस्ट में एसडीओ कटेहरी के खिलाफ खबर लिखने वाले पत्रकार भी शामिल हो गए हैं। सत्ता पक्ष के स्थानीय नेताओं से संरक्षण प्राप्त ऐसे SDO निश्चित तौर पर संरक्षण देने वालों का ही नुकसान कर रहे हैं क्योंकि आने वाले दिनों में यहां पर उपचुनाव होना है और यदि इसी तरह से लगातार जनता एसडीओ के कार्यकाल से असंतुष्ट रहती है तो निश्चित तौर पर नुकसान संरक्षण देने वालों का होगा।