मथुरा(गोवर्धन)-गोवर्धन पूजा घरों के साथ-साथ कृष्ण मंदिर में भी आयोजित हुई। इसी पर्व पर श्री गजेंद्रमुखी गिरिराजजी मंदिर में भव्य विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मंदिर में भक्तों के द्वारा महाभिषेक,56 भोग और अन्नकूट महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ आई एम ए उत्तरप्रदेश के पूर्व अध्यक्ष डॉ हरेंद्र गुप्ता और अग्रभारत के पत्रकार आगरा देहात प्रभारी सुमित गर्ग द्वारा भगवान के महाभिषेक से हुआ जिसके बाद आये हुए सभी भक्तों ने आश्रम से 56 प्रकार के व्यंजनों के थाल अपने सर पर रख मार्ग में बैंडबाजों के साथ भजनों पर थिरकते हुए मन्दिर पँहुच कर श्री गजेंद्रमुखी गिरिराजजी भगवान को दिव्य अलौकिक 56 प्रकार का भोग लगाया। साथ ही भक्तों ने भजन कीर्तन, गोवर्धन पूजा , 56 भोग दर्शन परिक्रमा करके आनंद उठाया। कार्यक्रम का समापन सभी भक्तों अन्नकूट का प्रसाद वितरण के साथ हुआ।
गोवर्धन कथा में मंदिर के महन्त श्री मनीष पूर्णानन्द महाराज और सेवाधिकारी वंशीकृष्णम जी महाराज ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने 7 कोस के गोवर्धन को 7 वर्ष की उम्र में 7 दिन के लिए अपनी कनिष्ठा उंगली पर उठाया था इस लीला से भगवान ने बताया किस प्रकार वो अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। कृष्ण ने सभी व्रज वासियों को आश्रय तो प्रदान किया परंतु साथ ही साथ इंद्र को सबक भी सिखाया।
इससे इंद्र का झूठा अहंकार चूर-चूर हो गया। वास्तव में भगवान कृष्ण अपने भक्तों को आनंद देने के लिए और साथ ही साथ इंद्र को सुधारने के लिए ऐसी लीला संपन्न करते हैं। इस दिन भक्त गायों की पूजा करते हैं क्योंकि कृष्ण को गोपाल के रूप में जाना जाता है।
श्री गजेंद्रमुखी गिरिराजजी मंदिर में मनाया अन्नकूट महोत्सव:महाभिषेक के बाद भगवान को लगाए 56 भोग

Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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