मैनपुरी (घिरोर)। भाभी की अंत्येष्टि करने के बाद घर लौटे देवर ने भी तोड़ दम दिया । परिजनों ने जब सुबह देखा तो मृतक ब्रजेश ने आंख नहीं खोली ।
पूरा मामला घिरोर कस्बे के मोहल्ला नगला किसी का है जहां पर दो माह के अंदर तीन सदस्यों की मौत हो जाने से परिवार पर परेशानी का पहाड़ टूट गया है। संजय जाटव पुत्र रामजीलाल उम्र 35 वर्ष की मौत 9 दिसंबर 2023 को कैंसर के चलते हुई थी तो वहीं उनकी पत्नी वैजयंती की भी रविवार को मौत हो गई । वैजयंती 7 माह की गर्भवती थी परेशानी होने पर परिजन अस्पताल ले गए इलाज के दौरान वैजयंती ने दम तोड दिया। रविवार शाम को मृतक महिला की अंत्येष्टि के बाद घर के लोग सो गए। सोमवार सुबह सब उठ गए लेकिन ब्रजेश जाटव उम्र 28 वर्ष नहीं जागा। घर में फिर से चीख पुकार सुन आसपास के लोग आए डॉक्टर को दिखाया डॉक्टर ने ब्रजेश को मृत घोषित कर दिया।
लोगों में चर्चा है कि अपने भैया और भाभी की मौत का गम बृजेश सहन नहीं कर पाया । जहां घर में तीन बच्चों के सर से मां – बाप दोनों का साया उठ गया तो वहीं ब्रजेश की मौत के चलते उसके पांच बच्चों के सर से पिता का साया उठ गया। ब्रजेश की मौत से पत्नी विनीता का रो – रोकर बुरा हाल है। आठ बच्चों की जिम्मेदारी उसके ऊपर आ गई है । वह बार – बार कह रही थी कि अब सबका भरण-पोषण कैसे होगा जब कमाने वाले ही नहीं रहे ।
विहिप कार्यकर्ता आए मदद के लिए आगे
कस्बे के विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता बृजेश की परिवार की मदद के लिए आगे आए । नगर उपाध्यक्ष विशाल दीक्षित ने बताया कि बृजेश अभी हाल ही में विश्व हिंदू परिषद से जुड़ा था वह वार्ड अध्यक्ष भी था । अंत्येष्टि से लेकर और भी व्यवस्थाएं कार्यकर्ताओं के द्वारा की गई ।