इटावा के ढूंढपुरा गांव में परचून की दुकान में लेटे 45 वर्षीय सुखवीर यादव की गोली मारकर हत्या. परिजनों ने पुरानी जमीनी रंजिश का आरोप लगाया. पुलिस जाँच में जुटी. पूरी खबर पढ़ें.
इटावा: थाना सिविल लाइन क्षेत्र के ढूंढपुरा गांव में एक दुखद घटना सामने आई है. यहां घर में बनी परचून की दुकान में लेटे 45 वर्षीय सुखवीर यादव की गोली लगने से मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने पुरानी जमीनी रंजिश को लेकर हत्या का आरोप लगाया है. इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है.
रात 9 बजे की घटना
घटना रात करीब 9 बजे की है, जब आसपास के लोगों ने गोली चलने की आवाज सुनी. मौके पर पहुंचने पर सुखवीर यादव के सीने में गोली लगी हुई मिली. घटना के समय मृतक की पत्नी फिरोजाबाद में अपने रिश्तेदारों से मिलने गई हुई थीं. उनकी अनुपस्थिति में यह दुखद घटना घटी.
पुलिस की जांच शुरू
सूचना मिलते ही सिविल लाइन पुलिस, फॉरेंसिक टीम और क्षेत्राधिकारी नगर तुरंत मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गए. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. घटनास्थल पर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है.
पुरानी जमीनी रंजिश का आरोप
मृतक के परिजनों ने पुरानी जमीनी रंजिश को लेकर हत्या का आरोप लगाया है. मृतक के बेटे सुकेश ने बताया कि उनके परिवार की अन्य परिवार के लोगों से जमीनी विवाद को लेकर रंजिश चल रही है.
- 16 फरवरी 2021: पौन बीघा जमीन को लेकर उनके परिवार के लोगों द्वारा उनके पिता और चाचा के ऊपर जानलेवा हमला किया गया था. इस मामले में सुकेश द्वारा पांच नामजद लोगों पर मुकदमा दर्ज करवाया गया था.
- 18 जनवरी (वर्तमान वर्ष): सुकेश के पिता, 65 वर्षीय रमेश चन्द्र यादव की मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि उनकी मौत 2021 में हुए हमले में लगी चोटों के कारण हुई.
- 16 नवम्बर 2024: न्यायालय ने 2021 के जानलेवा हमले के मामले में पांचों आरोपियों को पांच वर्ष की सजा सुनाई है और वे सभी वर्तमान में जेल में बंद हैं.
सुकेश ने बताया कि उन्हें उन्हीं परिवार के लोगों पर हत्या करने का शक है जिनके साथ उनका जमीनी विवाद चल रहा है.
आम रास्ते को लेकर था विवाद
सुकेश ने बताया कि उनके घर के बगल से एक आम रास्ता था, जिसे उन्होंने एक व्यक्ति से बैनामा करवाया और दाखिल खारिज करवा दिया था. चार साल पूर्व इसी बात की नाराजगी को लेकर दूसरे परिवार के लोगों ने लड़ाई झगड़ा किया और उनके पिता रमेश चन्द्र और चाचा पर जानलेवा हमला किया था. इस लड़ाई झगड़े में उनके पिता गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनका इलाज चल रहा था और दो माह पहले उनकी मौत हो गई थी.
पुलिस की कार्यवाही
फिलहाल पुलिस मामले की गहनता से जाँच कर रही है और सभी संभावित पहलुओं को ध्यान में रखते हुए छानबीन कर रही है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट हो सकेगी.