आगरा: आगरा में मानवता को शर्मसार कर देने वाला एक खौफनाक मामला सामने आया है। थाना सदर बाजार पुलिस उस समय सकते में आ गई जब महज नौ साल की एक मासूम बालिका ने बुंदूकटरा पुलिस चौकी पहुंचकर अपनी दर्दनाक आपबीती सुनाई। बच्ची ने आरोप लगाया कि उसकी पालक मां और कुछ अन्य लोग उसे बेरहमी से पीटते हैं और जबरन उससे अनैतिक धंधा कराते हैं। बच्ची के शरीर पर चोटों के निशान देखकर पुलिसकर्मियों की भी रूह कांप उठी। तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बच्ची के बताए पते पर दबिश दी और कथित पालक मां व एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है।
खौफनाक दास्तान: घर में बंद कर अनैतिक कार्य के लिए दबाव
पुलिस को दिए अपने बयान में नौ वर्षीय दत्तक बालिका ने बताया कि वह किसी तरह अपनी पालक मां और उसके साथियों को घर के एक कमरे में बंद कर वहां से भाग निकली। सीधे बुंदूकटरा पुलिस चौकी पहुंची बच्ची ने जो बताया, उसे सुनकर हर कोई स्तब्ध रह गया। मामला थाना सदर तक पहुंचा, जहां पुलिस ने बच्ची पर हुए अत्याचार की कहानी सुनी। बच्ची ने बताया कि पालक माता गीता, अमित और छुट्टन नामक युवक उसे बुरी तरह पीटते थे और उस पर गलत कामों के लिए दबाव बनाते थे।
तत्काल पुलिसिया कार्रवाई: आरोपी हिरासत में, जांच जारी
बच्ची की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सदर पुलिस ने तत्काल उस जगह दबिश दी, जहां से बच्ची भागकर आई थी। इस संबंध में एसीपी सदर हेमंत कुमार ने बताया कि बालिका की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने मामले को “बेहद संवेदनशील और मार्मिक” बताते हुए कहा कि बच्ची के बयान पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है। एसीपी ने बताया कि गीता नामक महिला और मानिक चंद ने इस बालिका को दो साल पहले गोद लिया था।
वायरल वीडियो: “प्लीज मुझे बचा लो…”
डरी-सहमी बच्ची का एक मार्मिक वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में वह अपने शरीर पर चोटों के निशान दिखाते हुए रोते हुए कह रही है, “प्लीज मुझे बचा लो। गीता और अन्य लोग बहुत मारते हैं… जबरन धंधा कराते हैं… विरोध करती हूं तो बुरी तरह पीटते हैं।” वीडियो में बालिका ने गीता के अलावा अमित और छुट्टन के नाम भी लिए हैं, जिन पर वह अत्याचार करने का आरोप लगा रही है।
गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज, बाल संरक्षण आयोग को सूचना
बच्ची की शिकायत पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 323 (मारपीट), 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना), 506 (धमकी देना) समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इस वीभत्स घटना के बारे में बाल संरक्षण आयोग और अन्य संबंधित एजेंसियों को भी सूचना दे दी गई है।
बच्ची सुरक्षित, मेडिकल जांच जारी
फिलहाल, बच्ची को पुलिस ने अपनी सुरक्षा में ले लिया है और उसका मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और आगे की विधिक कार्रवाई जारी है। यह घटना समाज में बाल सुरक्षा और गोद लेने की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े करती है। दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृति रोकने के लिए समाज और प्रशासन दोनों को मिलकर काम करने की जरूरत है।