कन्नौज: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के विशुनगढ़ थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज और हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां छछोनापुर गांव में एक व्यक्ति को उसकी पत्नी, मां और बेटे ने मिलकर भैंस बांधने वाली जंजीरों से बांध दिया और उसे घर के बाहर फेंक दिया। इतना ही नहीं, आरोपियों ने जंजीरों में ताला भी लगा दिया। पीड़ित पति इसी हाल में अपनी जान बचाकर थाने पहुंचा, जहां पुलिसकर्मियों ने आरी वाले को बुलाकर उसे जंजीरों से मुक्त कराया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना विशुनगढ़ थाना क्षेत्र के छछोनापुर गांव की है। पीड़ित बृजेश कुमार दिल्ली में रहकर मेहनत-मजदूरी करता है। वह 12 अप्रैल को अपने गांव आया था। पुलिस को दी गई शिकायत में बृजेश ने बताया कि घर आने पर किसी बात को लेकर उसका अपनी पत्नी, मां और भाई से विवाद हो गया। बृजेश के अनुसार, वह दिल्ली में एक निजी नौकरी करता है। जब वह घर पहुंचा तो उसके सगे भाई, उसकी मां और उसकी पत्नी ने मिलकर उसे घर से बाहर निकलने के लिए कहा। जब उसने इस बात का विरोध किया, तो तीनों ने मिलकर उसके साथ जमकर मारपीट की।
पीड़ित ने आरोप लगाया कि इसके बाद उसकी पत्नी, मां और भाई ने मिलकर उसे भैंस बांधने वाली लोहे की जंजीर से बांध दिया और उसे घर के बाहर फेंक दिया। आरोपियों ने जंजीरों में ताला भी लगा दिया, जिससे वह पूरी तरह से बंध गया और हिल भी नहीं सका।
जंजीरों से बंधा पहुंचा थाने, पुलिस भी हैरान
बृजेश ने बताया कि उसने खुद को बचाने के लिए शोर मचाया। उसकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के राहगीरों ने उसकी मदद की। बृजेश के पैर से लेकर हाथ तक जंजीरें बांधी गई थीं और उनमें ताला लगा हुआ था। राहगीरों की मदद से वह किसी तरह अपनी जान बचाकर जंजीरों में जकड़ा हुआ ही थाने पहुंचा। थाने में इस हालत में एक व्यक्ति को देखकर पुलिसकर्मी भी आश्चर्यचकित रह गए। पुलिस ने जब पीड़ित से उसकी परेशानी के बारे में पूछा, तो उसने अपनी आपबीती सुनाई।
पुलिस ने कारीगर बुलाकर काटा ताला, मामला दर्ज
थाने में बृजेश की हालत देखकर पुलिसकर्मियों ने तुरंत उसे जंजीरों से मुक्त कराने का इंतजाम किया। उन्होंने एक आरी वाले कारीगर को बुलवाया, जिसने कड़ी मशक्कत के बाद बेड़ियों में लगे ताले को काटा और बृजेश को बंधन मुक्त किया। पीड़ित बृजेश कुमार की शिकायत पर विशुनगढ़ पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर लिया और घटना की जांच शुरू कर दी है।
विशुनगढ़ पुलिस ने बताया कि उन्हें पीड़ित ब्रजेश कुमार से एक शिकायती पत्र मिला है। पीड़ित थाने में बेड़ियों से जकड़ा हुआ आया था, जिसे मुक्त करा दिया गया है। शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और पारिवारिक रिश्तों की कड़वाहट को उजागर किया है।