अंबेडकर नगर | जिले में पुलिस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पैदल गस्त वाली फोटो रोजाना आती है, पर इस गस्त की सच्चाई क्या है ? यह तो उनके सर्किल और जोन वाले अधिकारी भली भांति जानते हैं | पुलिस विभाग के सूत्र बताते हैं कि पैदल गस्त के नाम पर खेल कई महीनो से चल रहा है | भीषण गर्मी वाले मौसम में भी पुलिस की गस्त वाली फोटो में वर्दी सूखी रहती है और पसीना नजर नहीं आता | जो बताता है कि इस भीषण गर्मी में पुलिस ने कितनी मेहनत की है कि वर्दी भी गीली नहीं हुई है | प्रत्यक्षदर्शी यह बताते हैं कि ज्यादातर थाना प्रभारी 10 मी भी गस्त नहीं करते हैं सिर्फ फोटो और वीडियो बनाने में जो समय लगता है इतने समय में ही साहब लोगों की गस्त समाप्त हो जाती है | उधर पुलिस वाले सूत्र बताते हैं कि एसपी साहब के लगातार विकेट गिराने के कारण अभी कुछ दिनों तक गस्त को लेकर अलर्टनेस रह सकती है | वही अंबेडकर नगर पुलिस की सोशल मीडिया भी गस्त की फोटो पर कुछ ही थाना प्रभारी पर मेहरबानी दिखाती है | कई प्रभारी तो ऐसे भी हैं जिनकी सप्ताह भर में मुश्किल से एक फोटो लग पाती है | अब ऐसा क्यों हो रहा है यह तो सोशल मीडिया वाले ही बता सकते हैं ? सूत्र यह भी बताते हैं की सोशल मीडिया का प्रभार देखने वालों के पास एक से अधिक कार्य की जिम्मेदारी दी गई है | जिसके दबाव के चलते भी यह त्रुटि हो सकती है | सोशल मीडिया से यह भी देखने को मिल रहा है कि अब सीओ स्तर के साहब लोगों की पैदल गस्त की फोटो आना बंद हो गई है | आने वाले दिनों में रक्षाबंधन जैसे प्रमुख त्योहार हैं ऐसे में आवश्यक है कि पैदल गस्त को लेकर मॉनिटरिंग भी की जाए जिससे सकुशल त्यौहार संपन्न हो सके |