आगरा: आम आदमी पार्टी (आप) जिला आगरा ने आज कलेक्ट्रेट पर “फुले” फिल्म पर सेंसर बोर्ड द्वारा लगाई गई रोक के खिलाफ प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन एसीएम प्रथम संतोष शुक्ला को सौंपा।
जिलाध्यक्ष पंडित सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने इस मौके पर कहा कि जाति-विरोधी समाज सुधारक, लेखक, महिलाओं और वंचितों की शिक्षा के लिए स्कूल खोलने वाले और लैंगिक असमानता के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले महात्मा ज्योतिराव गोविन्दराव फुले और माता सावित्री बाई फुले के जीवन पर आधारित फिल्म “फुले” 11 अप्रैल, 2025 को रिलीज होनी थी। लेकिन सत्ता में बैठी सामंतवादी सोच वाली पिछड़ा और दलित विरोधी मोदी सरकार के सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म पर रोक लगवा दी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह रोक न केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर आघात है, बल्कि समाज सुधारकों की विचारधारा को दबाने का प्रयास भी है। उन्होंने मांग की कि फिल्म पर लगाई गई रोक को तत्काल हटाया जाए और इसे बिना किसी बाधा के रिलीज किया जाए।
प्रदर्शन में यतीनन्दन आर्य, शैलेंद्र गायत्री, सुनील तिमोरी, मनोज राम, शानू कुरैशी, संजय भारती, आसिफ़ नवाब, इंद्र कुमार वर्मा, इरफान सैफ़ी सहित बड़ी संख्या में आप कार्यकर्ता शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह दलितों और पिछड़ों के इतिहास को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले का जीवन संघर्ष और समाज सुधार का प्रतीक है और उनकी कहानी को लोगों तक पहुंचाना जरूरी है।
आम आदमी पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि फिल्म पर लगी रोक नहीं हटाई गई तो वे आंदोलन तेज करेंगे।