झांसी: पाकिस्तान की कथित ‘कायराना हरकत’ और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के “बड़बोलेपन” के खिलाफ आम आदमी पार्टी (AAP) ने झांसी में जोरदार प्रदर्शन किया। पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस फैसले पर भी सवाल उठाए, जिसके तहत ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बीच युद्धविराम की घोषणा की गई थी, जिससे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) को वापस भारत में शामिल करने का मौका गंवा दिया गया।
POK पर सीजफायर को बताया ‘देश से धोखा’
आप कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान को करारा सबक सिखाया था। इस ऑपरेशन में POK और बहावलपुर स्थित आतंकी शिविरों के साथ-साथ लाहौर और अन्य स्थानों पर पाकिस्तानी वायुसेना के अड्डों और सेना के ठिकानों को भारी नुकसान पहुँचाया गया था। जब ऐसा लग रहा था कि भारतीय सेना POK को वापस छीनने में कामयाब हो जाएगी, तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के कहने पर युद्धविराम करके इस सुनहरे अवसर को गंवा दिया।
आप पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के इस फैसले को देश की जनता के साथ धोखा बताते हुए यूपी के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किया।
झांसी में सिपरी बाजार फ्लाईओवर के नीचे प्रदर्शन
इस प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन के अंतर्गत झांसी में सिपरी बाजार के फ्लाई ओवर के नीचे चित्रा चौराहा पर प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी परवेज, प्रांतीय सचिव पुत्तू सिंह कुशवाहा, जिला महासचिव आशीष तिवारी, अल्पसंख्यक जिलाध्यक्ष रिजवान खान, व्यापार प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष राजेश भदोरिया, महिला उपाध्यक्ष भाग्यलक्ष्मी अय्यर, किसान प्रकोष्ठ के सोनू पीटर, आदित्य तिवारी, CYSS के चौधरी रिजवान, पंकज निगम, जितेंद्र गोस्वामी, आलोक कुशवाहा, भारत सिंह आदि ने जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार से मांग की कि वह POK को वापस भारत में शामिल करने के लिए ठोस कदम उठाए और भविष्य में ऐसे किसी भी अवसर को न गंवाए।