आदित्य धनराज जलवायु परिवर्तन पर उत्कृष्ट कार्य के लिए गोल्ड मेडल और प्रथम पुरस्कार से सम्मानित

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नई दिल्ली: भारत के युवा अब जलवायु परिवर्तन और वैश्विक ऊष्मीकरण जैसी गंभीर वैश्विक चुनौतियों के प्रति न केवल जागरूक हो रहे हैं, बल्कि इन जटिल मुद्दों पर प्रभावशाली कार्य करके वैश्विक मंचों पर अपनी पहचान भी बना रहे हैं। इसी कड़ी में, युवा पर्यावरण कार्यकर्ता आदित्य धनराज को जलवायु परिवर्तन और सतत विकास के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित गोल्ड मेडल और प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें 22 अप्रैल, 2024 को नई दिल्ली के प्रतिष्ठित इंडिया हैबिटैट सेंटर में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया।

यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम TERI (द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट) के तत्वावधान में आयोजित किया गया था, जिसे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC), भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय, और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का सक्रिय समर्थन प्राप्त था। इस गरिमामय समारोह में देश भर के जाने-माने विशेषज्ञ, अनुभवी पर्यावरणविद, ऊर्जावान युवा प्रतिनिधि और विभिन्न प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

इस विशेष अवसर पर उपस्थित प्रमुख अतिथियों में TERI की निदेशक डॉ. विभा धवन और IUCN (इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर) के भारत प्रतिनिधि एवं भारतीय वन्यजीव संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. यशवीर भटनागर शामिल थे। इन दोनों सम्मानित हस्तियों ने व्यक्तिगत रूप से आदित्य धनराज को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय प्रयासों की सराहना की।

पुरस्कार के पीछे की प्रेरणा

आदित्य धनराज को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार एक राष्ट्रीय स्तर की चुनौतीपूर्ण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए प्रदान किया गया है। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य युवाओं को जलवायु परिवर्तन, वैश्विक ऊष्मीकरण और सतत विकास से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर सक्रिय रूप से भाग लेने और नवीन समाधान प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित करना था। इस राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता में हजारों प्रतिभाशाली युवाओं ने अपनी प्रविष्टियाँ भेजीं, लेकिन आदित्य ने अपने विचारों की गहरी समझ, प्रस्तावित समाधानों की स्पष्टता और जमीनी स्तर पर उनकी सक्रिय भागीदारी के कारण निर्णायक मंडल का ध्यान आकर्षित किया और शीर्ष स्थान हासिल किया।

आदित्य वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को प्राप्त करने की दिशा में सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, वे UNEP (संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम) जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर जलवायु संकट से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए जमीनी स्तर पर और नीति निर्धारण के स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

उनकी सक्रियता केवल सैद्धांतिक विचारों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने भारत में “One Step Toward the Yamuna River” जैसे महत्वपूर्ण अभियानों का सफलतापूर्वक संचालन किया है, जिसके माध्यम से उन्होंने नदी स्वच्छता और जल संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर स्थानीय स्तर पर प्रभावशाली जागरूकता और कार्य किया है। इसके अलावा, आदित्य Next Generation Global Connect जैसे युवाओं के एक महत्वपूर्ण वैश्विक नेटवर्क से भी सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं, जो विश्व स्तर पर पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए एकजुट होकर काम कर रहा है।

पूर्व चयन और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भागीदारी

यह पहली बार नहीं है जब आदित्य को किसी प्रतिष्ठित मंच पर उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया है। इससे पहले, उन्हें TERI द्वारा आयोजित “5th Edition of Youth Climate Conclave” के लिए भी चुना गया था, जो 2 मार्च से 4 मार्च, 2024 तक नई दिल्ली में सफलतापूर्वक आयोजित हुआ था। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में यूरोपीय संघ (European Union) के विशिष्ट प्रतिनिधियों सहित कई प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों की सक्रिय उपस्थिति रही। इस राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में पूरे देश से चुने गए केवल 35 असाधारण युवाओं को भाग लेने का अनमोल अवसर मिला, जिनमें आदित्य भी एक थे।

इस तीन दिवसीय गहन कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागियों को दिल्ली के विभिन्न महत्वपूर्ण पर्यावरणीय स्थलों का दौरा कराया गया, जहाँ उन्हें जमीनी स्तर पर जलवायु परिवर्तन के प्रत्यक्ष प्रभावों और उनके संभावित समाधानों के बारे में विस्तृत और व्यावहारिक जानकारी प्रदान की गई। इस महत्वपूर्ण अनुभव ने आदित्य की सोच और पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति उनके दृष्टिकोण को और अधिक व्यावहारिक तथा परिपक्व बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

आदित्य की प्रतिक्रिया

इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त करने के बाद आदित्य ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा:

“यह पुरस्कार मेरे लिए केवल एक सम्मान नहीं है, बल्कि यह एक बड़ी जिम्मेदारी का प्रतीक है। जलवायु परिवर्तन कोई दूर की समस्या नहीं है, बल्कि यह हमारे दरवाज़े पर दस्तक दे रहा है। हमें अब केवल विचारों पर चर्चा करने के बजाय तत्काल कार्रवाई करने की आवश्यकता है – और वह भी आज, अभी। मैं इस अमूल्य सम्मान को उन सभी समर्पित युवाओं को समर्पित करता हूं जो अपने-अपने स्तर पर हमारे बहुमूल्य पर्यावरण की रक्षा के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।”

इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के बाद, आदित्य अब न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जलवायु शिक्षा, सामुदायिक जागरूकता अभियान और सतत विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सक्रिय रूप से कार्य करने के लिए और भी अधिक दृढ़ संकल्पित हैं। उनकी प्रबल इच्छा है कि भारत के हर कोने में जलवायु साक्षरता का प्रसार हो और अधिक से अधिक युवाओं को इस महत्वपूर्ण दिशा में प्रशिक्षित किया जाए, ताकि वे भविष्य में पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभा सकें।

उनकी भविष्य की योजनाओं में जलवायु परिवर्तन से जुड़े अपने अनुभवों और विभिन्न सफल अभियानों को एक प्रेरणादायक पुस्तक के रूप में प्रकाशित करना भी शामिल है, जो देश के युवाओं के लिए एक मूल्यवान मार्गदर्शिका के रूप में कार्य करेगी और उन्हें पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करेगी।

 

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