ऑनलाइन परमीशन की आड़ में अवैध खनन का हुआ खेल
जगन प्रसाद
आगरा। शासन द्वारा निजी खेत भूमि मालिकों को अपने निजी कार्य हेतु खनन की सुविधा मुहैया कराने हेतु नियम और शर्तों के साथ निश्चित सीमा तक खनन की अनुमति ऑनलाइन रूप से प्रदान की जाती है। इसी ऑनलाइन परमीशन की आड़ में जमकर खेल हो रहा है। निजी कार्य की जगह अंधाधुंध तरीके से धड़ल्ले से अवैध खनन करके उसका व्यावसायिक प्रयोग किया जा रहा है।
आपको बता दें कि हाल ही में किरावली के कागारौल मार्ग स्थित मोरी पुल के पास मौजा बरौली में अवैध खनन की वायरल वीडियो से भंडाफोड़ हुआ था। वायरल वीडियो में जेसीबी और डंफरों द्वारा धड़ल्ले से अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा था। वायरल वीडियो को जब एसडीएम अनुज नेहरा के संज्ञान में डाला गया तो उन्होंने इसकी जानकारी करने की बात कही। राजस्व महकमे ने भी इससे अनभिज्ञता जताई।
सूत्रों के अनुसार जिस स्थान पर अवैध खनन हो रहा था, उसकी सिर्फ 98 घनमीटर की upminemitra.in पर आवेदन द्वारा परमीशन मिली थी। जबकि मौके से हजारों घनमीटर अवैध खनन करके हाइवे पर एक निर्माणाधीन व्यावसायिक केंद्र के लिए डंफरों से भेजा जा रहा था।इस संबंध में उप जिला अधिकारी द्वारा जानकारी करने की बात कहे जाने बाद दूरभाष के माध्यम से जानकारी हेतु फोन किया लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ|
ऑनलाइन परमीशन का हो रहा दुरूपयोग
इस मामले में खनन अधिकारी आरवी सिंह के मुताबिक विभाग को ऐसी सैकड़ों शिकायतें अभी तक मिल चुकी हैं। अपने निजी कार्य हेतु निश्चित घनमीटर की मिलने वाली परमीशन की आड़ में धड़ल्ले से अवैध खनन करके उसका व्यावसायिक प्रयोग किया जाता है। शिकायत मिलने पर स्थानीय तहसील प्रशासन से रिपोर्ट लेकर सम्बन्धित को नोटिस तामील कराया जाता है।