आगरा: दिवाली की खुशी मातम में बदली, एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत

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आगरा के नटराजपुरम में दिवाली की खुशी मातम में बदल गई है। एक ही परिवार के पांच सदस्य सड़क हादसे में मारे गए हैं। हार्डवेयर कारोबारी अनुज अग्रवाल और उनके भाई सौरभ अग्रवाल परिवार के साथ नरौरा में गंगा स्नान करने गए थे। वापसी में चंदपा क्षेत्र में उनकी कार पेड़ से टकराकर खाई में पलट गई। इस हादसे में दोनों भाइयों की पत्नियों और तीन बेटों की मौत हो गई।

हादसे में बची हुई बेटी धनवी सदमे में है। पूरा परिवार मातम में डूबा हुआ है। दिवाली के त्योहार पर आई इस अनहोनी ने पूरे क्षेत्र को गम में डुबो दिया है।

सड़क दुर्घटना में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत: धनवी का दर्दनाक किस्सा

आगरा: दिवाली की खुशी मातम में बदली, एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत

धनवी नटराजपुरम, कमला नगर के उस परिवार की बेटी है, जो हाल ही में हाथरस जिले के चांदपा थाना क्षेत्र में एक सड़क दुर्घटना का शिकार हुआ। हार्डवेयर कारोबारी अनुज अग्रवाल और उनके भाई सौरभ, परिवार के सदस्यों के साथ नरौरा में गंगा स्नान के लिए गए थे। बेलोन भवानी के दर्शन के बाद, लौटते समय उनकी कार पेड़ से टकराकर खाई में पलट गई। इस हादसे में अनुज और सौरभ की पत्नियों और तीन बेटों की tragically मौत हो गई। धनवी की बड़ी बहन दादी की देखभाल के लिए आगरा में ही रुक गई थी।

दिवाली का पर्व इस परिवार के लिए बेहद दुखदाई साबित हुआ है, और बाकी सदस्यों के लिए यह घटना शायद ही कभी भुलाए जाने वाली होगी। हाथरस प्रशासन ने कल ही मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार किया। जब दो महिलाओं और तीन बच्चों के शव आगरा स्थित उनके घर पर पहुंचे, तो वहां कोहराम मच गया। हर किसी की आंखों में आंसू थे, और एक साथ पांच अर्थियों को उठाने का दृश्य दिल को दहला देने वाला था। अनुज अग्रवाल, जो इस दुर्घटना में कम घायल हुए थे, ने सभी का अंतिम संस्कार किया।

इस हादसे ने पूरे क्षेत्र को गम में डुबो दिया है। अनुज की बूढ़ी मां बदहवास हो गई हैं, जबकि उनकी किशोरवय बेटी, जो दादी की देखभाल के लिए घर पर रुक गई थी, रोते-रोते सभी को संभाल रही थी। अनुज और सौरभ की मां बार-बार अपने नातियों और बहुओं के नाम पुकार रही थीं, लेकिन उन्हें कोई नजर नहीं आता। रिश्तेदार और पड़ोसी परिवार को ढांढस बंधाने में जुटे हुए हैं।

गौरतलब है कि कमला नगर के नटराजपुरम निवासी अनुज अग्रवाल अपनी टीयागो कार से बुलंदशहर में स्थित बेलोन भवानी माता के मंदिर से दर्शन करके लौट रहे थे। अनुज स्वयं गाड़ी चला रहे थे। गाड़ी के एयरबैग खुलने से अनुज और सौरभ की जान बच गई, जबकि पीछे की सीट पर बैठी उनकी पत्नियों और तीन बेटों की मौत हो गई।

क्षेत्रीय पार्षद प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि अनुज एक मिलनसार इंसान हैं, और हादसे की जानकारी मिलते ही उन्होंने परिजनों के घर पहुंचकर उन्हें सांत्वना दी। पूरी कॉलोनी में गम का माहौल है।

हादसे के समय गाड़ी में अनुज और सौरभ के परिवार के सदस्य सवार थे। अनुज की पत्नी सोनम, उनकी बेटी धनवी, बेटा निताई, और सौरभ की पत्नी रुबी तथा उनके दो बेटे गौरांग और चेतन भी साथ थे। इस हादसे में दोनों भाइयों की पत्नियां और तीनों बच्चे tragically खो गए। हादसे में घायल धनवी और सौरभ का इलाज अभी अस्पताल में चल रहा है।

अनुज के परिवार में दो बेटियां थीं, जबकि सौरभ के तीन बेटे थे। सौरभ के एक बेटे को अनुज ने गोद ले लिया था, लेकिन अब तीनों बेटों की मौत के बाद इस परिवार में बच्चों के नाम पर केवल दो बेटियां ही रह गई हैं।

 

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प्रभारी-दैनिक अग्रभारत समाचार पत्र (आगरा देहात)
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