आगरा: आगरा में आज उस समय तनावपूर्ण स्थिति बन गई जब करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने चौकी एकता पर जमकर हंगामा किया। यह हंगामा पुलिस द्वारा बिना अनुमति के हो रहे एक कार्यक्रम को रुकवाने और इस दौरान कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के विरोध में किया गया। जानकारी के अनुसार, करणी सेना कार्यकर्ता अपने गिरफ्तार साथियों की रिहाई और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
पुलिस और करणी सेना के बीच तीखी नोकझोंक
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बड़ी संख्या में करणी सेना के कार्यकर्ता चौकी एकता पर एकत्रित हुए और नारेबाजी करने लगे। उनकी पुलिसकर्मियों के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई, जिससे माहौल और गरमा गया। कार्यकर्ता पुलिस पर ज्यादती करने और उनके साथियों को बेवजह गिरफ्तार करने का आरोप लगा रहे थे।
पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ था ओकेन्द्र राणा
सूत्रों के मुताबिक, यह पूरा घटनाक्रम दरअसल ओकेन्द्र राणा नामक एक व्यक्ति से जुड़ा हुआ है, जो पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। बताया जा रहा है कि पुलिस एक बिना अनुमति के हो रहे कार्यक्रम को रुकवाने गई थी, जहाँ ओकेन्द्र राणा भी मौजूद था। पुलिस की कार्रवाई के दौरान वह मौके से भाग निकला था। ओकेन्द्र राणा पर आगरा में पहले से भी कई मुकदमे दर्ज हैं।
बिना परमिशन के कार्यक्रम रुकवाने पर भड़के कार्यकर्ता
करणी सेना के कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस ने बिना किसी ठोस कारण के उनके कार्यक्रम को जबरन रुकवाया और शांतिपूर्ण ढंग से मौजूद कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। इसी कार्रवाई के विरोध में कार्यकर्ता चौकी एकता पर इकट्ठा होकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उनका आरोप है कि पुलिस ने कानून का दुरुपयोग किया है और उनके कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार किया है।
कई कार्यकर्ताओं को भेजा गया जेल
पुलिस की कार्रवाई में कई करणी सेना कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया था, जिन्हें बाद में जेल भेज दिया गया। इस गिरफ्तारी के बाद करणी सेना में आक्रोश फैल गया और कार्यकर्ता अपने साथियों की रिहाई की मांग को लेकर अड़ गए।
चौकी एकता पर भारी पुलिस बल तैनात
हंगामे की सूचना मिलते ही कई थानों का पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को चौकी एकता पर तैनात किया गया। पुलिस अधिकारी कार्यकर्ताओं को शांत करने और समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन कार्यकर्ता अपनी मांगों पर अड़े रहे।
पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग पर अड़े
करणी सेना के कार्यकर्ता न केवल गिरफ्तार साथियों की रिहाई की मांग कर रहे थे, बल्कि उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग कर रहे थे जिन्होंने कथित तौर पर उनके कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी की थी। उनका कहना था कि यदि दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो उनका आंदोलन और तेज होगा।
अधिकारियों के समझाने के बाद मामला हुआ शांत
काफी देर तक चले हंगामे और नारेबाजी के बाद, उच्च पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर करणी सेना के कार्यकर्ताओं से बातचीत की। अधिकारियों ने उन्हें निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया और कानून के दायरे में उनकी मांगों पर विचार करने की बात कही। अधिकारियों के समझाने के बाद आखिरकार मामला शांत हुआ और कार्यकर्ता धीरे-धीरे चौकी से हटने लगे।
हालांकि, इस घटना ने आगरा में कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। करणी सेना और पुलिस के बीच यह टकराव आगे क्या मोड़ लेता है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।