बाह, आगरा: बुधवार रात आए तेज आंधी-तूफान के चार दिन बाद भी बाह और जैतपुर क्षेत्र के 10 गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। आंधी से 150 गांवों की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी, जिसमें 100 बिजली के खंभे गिर गए और 8 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए थे। हालांकि, शनिवार तक 120 गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई थी, लेकिन रविवार को भी बिचोला, पारना, नीम डाडा, तरासों, नगला सुरई, पुरा चतुर्भुज, पुरा रघुवर सहित 10 गाँव लगातार अंधेरे में डूबे रहे।
रोजमर्रा की जिंदगी पर भारी असर
बिजली न होने से ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मोबाइल फोन चार्ज न होने से उनका बाहरी दुनिया से संपर्क टूट गया है। गेहूं पिसाने के लिए उन्हें जैतपुर, चित्राहाट और जरार जैसे कस्बों तक का लंबा सफर तय करना पड़ रहा है। सबसे गंभीर समस्या पीने के पानी की है। हैंडपंपों पर दिन-रात लोगों की भीड़ लगी रहती है, और ग्रामीण प्यास बुझाने के लिए जनरेटर से सबमर्सिबल चलवाकर पानी भरने को मजबूर हैं।
टीमें जुटीं मरम्मत में
एसडीओ बाह-जैतपुर, विनोद कुमार ने बताया कि अधिकांश गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल हो गई है। बिजली विभाग की टीमें रविवार को भी जरार-बिचोला नलकूप, जरार-बिचोला ग्रामीण, और नौगवां-पारना की क्षतिग्रस्त लाइनों को दुरुस्त करने में जुटी हुई थीं। ग्रामीणों को उम्मीद है कि जल्द से जल्द उनके गांवों में भी बिजली आपूर्ति बहाल हो जाएगी और उनकी मुश्किलें कम होंगी।