किरावली में टाट पर तो जैंगारा में सीलन भरे कमरे और बिना बिजली के हुई परीक्षा
मनीष अग्रवाल
आगरा (किरावली)। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अधीन यूपी बोर्ड परीक्षाओं का आगाज गुरुवार से हो गया। परीक्षाओं के आयोजन हेतु विभाग को मिले काफी समय के बावजूद सम्बंधित अधिकारियों की लापरवाही से बोर्ड परीक्षाएं मजाक बनकर रह गयी। विभाग द्वारा संसाधनों को दुरुस्त नहीं करने का खामियाजा छात्रों को परीक्षार्थियों को भुगतना पड़ा। जान जोखिम में डालकर परीक्षार्थियों ने अपनी परीक्षा दी।
आपको बता दें कि विभाग की तैयारियों की पहले दिन ही कलई खुल गयी। किरावली तहसील क्षेत्र अंतर्गत गांव जैंगारा के इंटर कॉलेज में बनाये गए परीक्षा केंद्र के बारे में बताया गया कि यहां पर काफी समय से बिजली का बिल बकाया चल रहा है। जिसके कारण विद्युत विभाग द्वारा आपूर्ति बाधित कर दी गयी है। वहीं परीक्षा कक्षों में भी भारी सीलन है।
इन विषम परिस्थितियों में परीक्षार्थी अपनी परीक्षा देने के लिए मजबूर हुए। उधर गांव अभेदोंपुरा के राजकीय स्कूल में बनाये गए परीक्षा केंद्र में तो समस्त मानक ताक पर दिखे। यहां पर परीक्षार्थी टाट पर परीक्षा देते देखे गये। प्रथम पाली की परीक्षा के दौरान स्कूल में बैठने के लिए फर्नीचर नहीं होने के मामले ने तूल पकड़ा तो आनन फानन में अन्य स्कूलों से जोड़ तोड़कर फर्नीचर प्राप्त करने का प्रयास किया जाने लगा। उल्लेखनीय है कि टाट पट्टी पर परीक्षा देने के दौरान परीक्षार्थियों द्वारा अनुशासनहीनता भी की जा रही थी। इसके बावजूद अव्यवस्थाओं का संज्ञान लेने में रूचि नहीं दिखायी गयी।
परीक्षा केंद्र बनाने के दौरान नहीं बरती गयी ऐहतियात
बताया जाता है कि विभाग द्वारा जब परीक्षा केंद्र निर्धारित किये जाते हैं, तब समस्त मानकों पर रिपोर्ट ली जाती है। दोनों ही स्कूलों में स्थिति खराब मिली, इनमें एक इंटर कॉलेज तो खुद विभाग के ही अधीन है। जब परीक्षाएं शुरू हो गयी, आनन फानन में भागदौड़ शुरू कर दी। इससे पहले प्रबंध करना जरूरी नहीं समझा गया।
इन्होंने कहा
जैंगारा के इंटर कॉलेज पर बिजली का बिल बकाया होने के कारण वहां पर विद्युत आपूर्ति नहीं है। जनरेटर का प्रबंध हुआ है। पुरानी इमारत होने के कारण सीलन है। अभेदोंपुरा में फर्नीचर मुहैया करवाया जा रहा है।
मनोज कुमार-डीआईओएस