आगरा: आगरा में साइबर ठगों ने एक बार फिर एक व्यक्ति को अपने झांसे में ले लिया। ताजगंज थाना क्षेत्र के ग्राम श्यामों निवासी होशियार सिंह के साथ हुई इस घटना ने एक बार फिर साइबर ठगी के बढ़ते हुए मामलों को उजागर किया है। ठगों ने होशियार सिंह को एक फर्जी ऑफर के माध्यम से धोखा दिया और उनके हजारों रुपये ठग लिए। इस घटना ने पुलिस प्रशासन और साइबर क्राइम से जुड़े अधिकारियों से सख्त कार्यवाही की मांग उठाई है।
कैसे हुआ ठगी का शिकार?
होशियार सिंह अपने मोबाइल फोन पर यू-ट्यूब पर वीडियो देख रहे थे, जब उन्हें एक वीडियो में तोते दिखाई दिए। वीडियो में यह दावा किया गया कि यदि कोई व्यक्ति इन तोतों की सही संख्या का अनुमान लगाएगा, तो उसे इनाम मिलेगा। होशियार ने झांसे में आकर संख्या का अनुमान लगाया और टिक कर दिया। इसके बाद उनके मोबाइल पर एक संदेश आया, जिसमें 8484 कोड भेजा गया और लिखा था कि “आपका नंबर खुल गया है और आपका मोबाइल तथा अन्य सामान निकला है।”
इस संदेश के बाद ठग ने वीडियो कॉल के माध्यम से होशियार को बताया कि उनका सामान पैक किया जा रहा है और उसे 950 रुपये भेजने होंगे, जिसमें 900 रुपये तुरंत वापस मिल जाएंगे और केवल 50 रुपये का शुल्क लगेगा।
ठग के झांसे में आकर होशियार ने 950 रुपये ऑनलाइन भेज दिए। इसके बाद ठग ने कहा कि उसे और 3199 रुपये भेजने होंगे क्योंकि उनका सामान का बिल भेज दिया गया है। इस बार होशियार ने 3200 रुपये उधार लेकर ठग के बताए गए नंबर पर भेज दिए।
फिर शुरू हुआ नई धोखाधड़ी का खेल
ठग ने कहा कि इन पैसे के बाद भी डिलीवरी आने में कोई समस्या हो रही है, और वह अब 3000 रुपये और 99 रुपये की मांग करने लगा। होशियार ने घबराकर जनसुविधा केंद्र से 99 रुपये और फिर 3000 रुपये जमा किए, लेकिन डिलीवरी का कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला।
ठग ने फिर से अपने वीडियो कॉल से यह कहकर होशियार को डराया कि “आपके घर पर पुलिस आकर आपको अरेस्ट करेगी।” इस दौरान ठग ने एक फर्जी आधार कार्ड भी भेजा, जो दिल्ली के मनीष जैन नाम के व्यक्ति का था।
समाजसेवी विजय सिंह लोधी की मदद से ठग का हुआ पर्दाफाश
जब होशियार को समझ में आया कि वह ठगी का शिकार हो चुका है, तो उसने समाजसेवी विजय सिंह लोधी से संपर्क किया। विजय सिंह लोधी ने खुद ही होशियार के फोन से वीडियो कॉल पर ठग से बातचीत की और उसकी तस्वीर खींच ली। तस्वीर में ठग का चेहरा साफ दिखाई दे रहा है। इस दौरान ठग ने विजय सिंह लोधी को भी धमकी दी।
विजय सिंह लोधी ने इस मामले की जानकारी साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दी, लेकिन कई बार फोन करने पर कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने ठग के फोन नंबरों और बार कोड की जांच करने की अपील की और पुलिस से ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
ठगों के फोन नंबर और बार कोड की जांच की मांग
समाजसेवी विजय सिंह लोधी ने पुलिस प्रशासन से यह अपील की है कि वह ठग के दोनों फोन नंबरों (6372305874 और 7980198749) और बार कोड की जांच करें, ताकि इन अपराधियों को पकड़कर सजा दिलाई जा सके। इसके साथ ही उन्होंने इस घटना से अन्य नागरिकों को भी सतर्क रहने का संदेश दिया है, ताकि वे साइबर ठगों के झांसे में न आएं।
साइबर अपराध पर कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता
यह घटना फिर से यह साबित करती है कि साइबर अपराधी कितना चालाक और होशियार होते हैं। इसलिए नागरिकों को इंटरनेट और मोबाइल के माध्यम से हो रही ठगी के प्रति जागरूक रहना चाहिए। पुलिस और साइबर क्राइम हेल्पलाइन को इस तरह के मामलों में शीघ्र और सख्त कार्यवाही करनी चाहिए, ताकि ऐसे अपराधियों पर नकेल कसी जा सके।