Agra News: FIR Lodge against Ganpati Infrastructure & Ganpati Leasing for cutting 23 trees in Railway Gadhapada warehouse in Agra#Agra

2 Min Read
Agra News: FIR Lodge against Ganpati Infrastructure & Ganpati Leasing for cutting 23 trees in Railway Gadhapada warehouse in Agra#Agra

आगरा | आगरा के गधापाड़ा स्थित रेलवे के मालगोदाम में मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग बनाने के लिए लीज की प्रक्रिया के दौरान पेड़ काटने का मामला सामने आया है। इस मामले में गणपति इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट कंपनी लिमिटेड और गणपति लीजिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

रेल भूमि विकास प्राधिकरण (RLDA) द्वारा 90000 वर्ग मीटर जमीन को 99 साल की लीज पर आवासीय परियोजना के लिए देने की प्रक्रिया चल रही है। यह लीज गणपति ग्रुप को 352 करोड़ रुपये में दी गई है, लेकिन रेलवे के अनुसार, अभी तक लीज की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है और भूमि का हस्तांतरण नहीं हुआ है।

23 पेड़ काटने का आरोप

ईदगाह रेलवे स्टेशन के इंजीनियर दिनेश कुमार ने थाना हरीपर्वत में मामला दर्ज कराया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि गणपति इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट कंपनी और गणपति लीजिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड ने बिना अनुमति के रेलवे के गधापाड़ा स्थित मालगोदाम में प्रवेश कर 23 पेड़ों को काट डाला।

इस घटना के बाद रेलवे, रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण, वन विभाग और पर्यावरणविद डॉ. शरद गुप्ता की एक संयुक्त टीम ने मालगोदाम का निरीक्षण किया और पेड़ काटे जाने की रिपोर्ट तैयार की। इस रिपोर्ट को पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CECB) को भेजा गया है।

लीज की प्रक्रिया पर भी सवाल

रेल भूमि विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, गणपति ग्रुप को अभी तक भूमि हस्तांतरित नहीं की गई है, और लीज की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। इसके बावजूद इन कंपनियों ने अवैध रूप से पेड़ काटे हैं, जिससे स्थानीय पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।

आगे की कार्रवाई

इस मामले को लेकर विभागीय अधिकारी और पर्यावरण संगठन गंभीर हैं, और जांच जारी है। कानूनी कार्रवाई के तहत दोषी कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही, रेलवे और अन्य संबंधित विभागों द्वारा इस प्रकार की अनियमितताओं पर नज़र रखने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version