आगरा। विजय नगर कालोनी में पिछले दिनों दिनदहाड़े भाजपा नेता को मारी गई दो गोलियों के पीछे उसके अपने बहन-बहनोई का ही हाथ बताया गया है। गोलीकांड में शामिल तीन बदमाशों को पुलिस ने शनिवार देर रात एक मुठभेड़ के बाद 5 गिरफ्तार किया।
पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि बहन और बहनोई ने ही जमीन के विवाद में भाजपा नेता की हत्या के लिए छह लाख रुपये की सुपारी दी थी। यही नहीं, तमंचा और नई बाइक भी खरीद कर दी थी। इसके बाद उन लोगों ने छह दिन ऑटो और बाइक से भाजपा नेता की रेकी की। फिर वारदात को अंजाम दिया।
बता दें कि 11 दिन पहले विजयनगर में घर के बाहर खड़े भाजपा नेता राकेश कुशवाहा को दिनदहाड़े बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी थी। इसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। गंभीर हालत में भाजपा नेता को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
शनिवार रात को पुलिस ने बदमाशों की टीपी नगर में घेराबंदी की। फायरिंग में बदमाश सनी और कृष्णा उर्फ कन्हैया के पैर में गोली लगी। जबकि शिवा को पुलिस ने पकड़ लिया। तीनों आरोपी हाथरस के सिकंदराराऊ के रहने वाले हैं।
पुलिस को शूटर कृष्णा ने बताया, “राकेश कुशवाहा की हत्या के लिए उसके बहनोई रामकुमार और बहन यानि रामकुमार की पत्नी हेमलता ने सुपारी दी थी। वे टेढ़ी बगिया में रहते हैं। कृष्णा और उसके दोनों साथी जुलाई में काम की तलाश में आगरा आए थे। काम न मिलने पर उन्होंने रामकुमार से संपर्क किया। वह तीनों को अपने घर ले आया। काम दिलाने की बात कहने पर उसने भाजपा नेता राकेश के बारे में बताया।
उसने कहा कि राकेश ने हमें बहुत परेशान कर रखा है। उसने हमारी प्रॉपर्टी के फर्जी कागज बनाकर कब्जा कर रखा है। प्रॉपर्टी होते हुए भी किराए के मकान रहकर दर-दर की ठोकरें खा रहा हूं। तुम लोग राकेश को हमारे रास्ते से हटा दो, तो हम तुम तीनों को दो-दो यानी छह लाख रुपये देंगे। इसके बाद हम लोग भी रुपयों के लालच में आकर मर्डर करने के लिए तैयार हो गए।
शूटर ने बताया, “तीन-चार दिन बाद रामकुमार – हेमलता ने एक ऑटो में बैठाकर हम लोगों को राकेश की दुकान और घर को दिखाया। यही नहीं, दुकान के बाहर खड़े राकेश को दिखाया। आने-जाने वाले रास्तों को भी दिखाया कि वारदात के बाद कहां से निकलकर भागना है। फिर हम लोगों ने पांच दिन और ऑटो से रेकी की। इसके बाद ने रामकुमार ने हाथरस से हमें नई बाइक दिलवाई। यही नहीं, 20 हजार रुपये और दो तमंचे भी दिए। हत्या के बाद बाकी की रकम देनी थी।
शूटर कृष्णा ने बताया, “प्लानिंग के मुताबिक, मैं और सनी मर्डर के लिए घर से बाइक से रवाना हुए। फिर हम रास्ते में पीपल के पेड़ के नीचे राकेश का इंतजार करने लगे। थोड़ी देर बाद राकेश उधर से गुजरे। लेकिन मैं घबरा गया। गोली चलाने की हिम्मत नहीं हो रही थी। फिर हम लोग बाइक लेकर आगे निकल गए। कुछ दूर जाने पर सनी ने कहा कि तू क्यों डर रहा है? गोली तो मुझे चलानी है। इसके बाद फिर से हमने भाजपा नेता की ओर बाइक घुमा दी ।
शूटर ने बताया कि भाजपा नेता के दुकान पहुंचने पर सनी ने दोनों हाथ में तमंचा लिया। फिर दुकान के बाहर खड़े राकेश पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। जब वह गिर पड़े तो हम लोग वहां से भाग निकले। फिर सुल्तानगंज पुलिया होते हुए अपने कमरे पर पहुंचे और वहां से सामान लेकर निकल गए। सुपारी देने वाले रामकुमार ने बदमाशों को बताया कि राकेश मरा नहीं है। अब उसे आधी रकम देने के लिए बुलाया था।
राकेश के पिता मथुरा प्रसाद सपा नेता और स्कूल संचालक थे। वर्ष 2016 में दीपावली की शाम को उनकी हत्या कर दी गई थी। घटना के समय घर में पत्नी शीला, दो बेटियां ज्योति और चांदनी थीं। नामजद अभियोग दर्ज किया गया था। पुलिस ने विवेचना में बेटियों को हत्या में शामिल पाते हुए जेल भेजा था। पुलिस ने दावा किया था कि ज्योति के परिचित सर्वेश ने हत्या की साजिश रची थी। बहनें मोबाइल पर उसके संपर्क में थीं। राकेश ने बताया कि इस हत्याकांड के बाद से ही उनकी बहनों से रंजिश चल रही है।