- आखिर किसकी मेहरबानी से 14 वर्ष से अछनेरा सीएचसी पर कार्यरत
- स्थानांतरण नियमावली का हो रहा उल्लंघन
जगन प्रसाद
किरावली। हाल ही में सरकारी विभागों में बड़े पैमाने पर स्थानांतरण हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग में भी वर्षों से जमे चिकित्सकों से लेकर अन्य स्टाफ के स्थानांतरण लिए गए थे। इन सबके बीच ब्लॉक अछनेरा अंतर्गत अछनेरा सीएचसी पर विगत 14 साल से स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी की कुर्सी पर जमे विपिन बिहारी मिश्रा की कुर्सी अंगद के पैर तक जमी है। तमाम उतार चढ़ावों के बावजूद उच्चाधिकारी उनका स्थानांतरण करने की हिमाकत नहीं कर पा रहे हैं। सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि सीएचसी पर अधीक्षक कोई भी हो, सिक्का हमेशा विपिन बिहारी मिश्रा का ही चलता है।
बताया जाता है कि हाल ही में विपिन बिहारी मिश्रा के खिलाफ आईजीआरएस पोर्टल पर की गई शिकायत में बेहद ही सनसनीखेज आरोपों ने विभाग में हलचल पैदा कर दी। शिकायत होते ही विपिन बिहारी मिश्रा ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए शिकायत को दबवाने का प्रयास शुरू कर दिया। विपिन बिहारी के खिलाफ लगाए गए आरोप बेहद ही संगीन थे। शिकायत के मुताबिक वह विगत 14 साल से लगातार अछनेरा में डटे हुए हैं, जबकि 3 वर्ष, 5 वर्ष, 7 वर्ष और 10 वर्ष तक कार्य करने के उपरांत पटल परिवर्तन, जिला परिवर्तन और मंडल परिवर्तन का नियम लागू होता है। इसके बावजूद विपिन बिहारी पर विभागीय मेहरबानी बनी हुई है। उनका किसी भी स्तर पर परिवर्तन करने की जरूरत नहीं समझी गई। विपिन बिहारी के खिलाफ आरोपों की फेहरिस्त यहीं नहीं रुकी, उनके संरक्षण में सेंटर पर अनियमितताओं से लेकर कथित रूप से रिश्वत लेकर रिक्त पदों को भी भरने के गंभीर लगाए गए हैं।
- शिकायत को फर्जी बताकर कर दिया निस्तारण
- गंभीर आरोपों की जांच की नहीं समझी जरूरत
विपिन बिहारी मिश्रा के खिलाफ आईजीआरएस पर की गई शिकायत के बाद विभाग द्वारा शिकायतकर्ता के नंबर पर संपर्क साधा गया तो उसके द्वारा शिकायत करने से इंकार कर दिया गया। इसके बाद विभाग द्वारा शिकायत को फर्जी बताकर विपिन बिहारी मिश्रा को राहत प्रदान करते हुए शिकायत का निस्तारण कर दिया गया। इन सबके बीच सवाल अनुत्तरित ही रह गया कि शिकायतकर्ता तो फर्जी निकला, लेकिन शिकायत में वर्णित आरोप तो बेहद गंभीर थे। विभाग की साख पर भी बट्टा लगा रहे थे। विपिन बिहारी मिश्रा से काबिल विभाग में अन्य कोई अधिकारी नहीं है। वहीं 14 वर्ष बीतने के बावजूद स्थानांतरण के दायरे में क्यों नहीं लाया गया। सूत्रों के अनुसार विपिन बिहारी मिश्र खिलाफ विगत में भी विद्रोह के स्वर उठे थे, लेकिन कोई भी मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं हुआ।
स्थानांतरण शासन स्तर से निर्धारित होता है। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी का 14 वर्ष से स्थानांतरण नहीं हुआ तो यह शासन का विषय है।
डॉ अरूण श्रीवास्तव- सीएमओ आगरा