- फर्जी दरोगा सिपाहियों के साथ मिलकर करता था छापेमारी, मामले में चल रही है कई पुलिसवालों की जांच
- दबिश देने के लिए भी दरोगा को दी गई थी जिम्मेदारी
- मामला खुलने के बाद वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल
- ट्रांस यमुना थाने क्षेत्र की हर जिम्मेदारी थी फर्जी दरोगा पर
- दबिश देने के लिए पुलिस के साथ जाता था फर्जी दरोगा
पंकज शर्मा/शाहरुख खान
आगरा । थाना में दलाल और फर्जी पुलिसकर्मी बनकर लोगों से ठगी करने वाला शातिर व्यक्ति को पुलिस ने जेल भेज दिया है। उसके मोबाइल से मिले हुए सबूतों के आधार पर कई थाना अध्यक्ष पुलिस वालों की जांच चल रही है। फर्जी दरोगा पुलिस वालों के साथ मिलकर दबिश देने जाता था। इस मामले में पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह ने थाना अध्यक्ष ट्रांस यमुना को लाइन हाजिर कर दिया है। तो वही एमएम गेट के थानाध्यक्ष को भी हटा दिया गया है। अनेकों पुलिसकर्मी कमीशन के रडार पर हैं। जिनकी जांच चल रही है। इस फर्जी दरोगा का कहां तक नेटवर्क फैला हुआ था। एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया है। जिसे 26 जनवरी का बताया जा रहा है। यह ट्रांस यमुना क्षेत्र में टेढ़ी बगिया स्थित विकास साइबर प्वाइंट पर फर्जी दरोगा पुलिस वालों के साथ पहुंचता है। साइबर पॉइंट पर अवैध रूप से बेची जा रही शराब पर छापेमारी कार्रवाई करता है। सादा कपड़ों में फर्जी दरोगा खड़ा है। और पुलिस वाले खड़े हैं। बाप बेटे को लेकर आते हैं। उसके बाद मोटी रकम लेकर छोड़े जाते हैं ।
सूत्रों की माने तो ईद मंडी में पिछले दिनों जुए पर छापे मार कार्रवाई हुई थी। जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा जुआरी पकड़े गए थे। लेकिन सवाल यह खड़ा होता है कि फर्जी दरोगा द्वारा कैसे छापे मार कार्यवाही की गई।
सूत्रों की माने तो फर्जी दरोगा का काफी जगह नेटवर्क फैला हुआ था। पुलिस अधिकारियों द्वारा थाने का निरीक्षण किया जाता था तब भी फर्जी दरोगा मौजूद रहता। हर व्यवस्था में फर्जी दरोगा का फोटो सामने आता है। इससे साफ जाहिर हो जाता है कि इस फर्जी दरोगा का कारनामा बड़ा था। काफी समय से इस दरोगा के संरक्षण में कई कार्य चल रहे थे। पुलिस वालों से सांठगांठ कर मामले को निपटाने का काम करता था तो वही यमुनापार थाना क्षेत्र के कई थानों में दलालों का जाल बिछा हुआ है।
अपने आप को फर्जी पुलिस वाले बता कर लोगों से ठगी का कार्य करते हैं। वहीँ फोन पर भी पीड़ितों को थाने चौकियों से बोलने की बात कहकर धमकाते और राजीनामा कर आते हैं। बड़ा सवाल ये की अब इन दलालों के ऊपर क्या कारवाही होती है।