एसडीएम के निरीक्षण में मिली अनियमितताओं के बावजूद ठोस कार्रवाई से कतरा रहे अधिकारी
प्रधानाध्यापक को बचाने की हो रही पुरजोर कोशिशें
Agra news : किरावली। बेसिक शिक्षा विभाग में दबंग प्रधानाध्यापकों के रसूख के आज विभागीय अधिकारी भी नतमस्तक की भूमिका में है। विभाग के नियम कानूनों को ठेंगे पर रखकर बच्चों के हितों पर लगातार हो रहे कुठाराघात के बावजूद, विभागीय अधिकारियों के चेहरे पर शिकन नहीं दिख रही। उन्हें बच्चों के हितों से कोई सरोकार नहीं है, सिर्फ प्रधानाध्यापक के हितों का ख्याल रखना है।
आपको बता दें कि कस्बा अछनेरा के प्राथमिक विद्यालय इस्लामिया तृतीय विद्यालय के प्रधानाध्यापक के कारनामों का भंडाफोड़ बीते दिनों हो चुका है। एसडीएम अनुज नेहरा के औचक निरीक्षण के दौरान, किस तरह एमडीएम पंजिका में हेराफेरी कर बच्चों की संख्या अधिक दिखाई जा रही थी, जबकि मौके पर बच्चों की संख्या बेहद कम थी। गंभीर प्रकरण का संज्ञान लेकर एसडीएम ने आवश्यक कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उधर कार्रवाई हेतु विभाग के पाले में गेंद पहुंचते ही विभागीय अधिकारियों ने पूरे प्रकरण पर परदा डालना शुरू कर दिया है। हरस्तर पर आरोपित प्रधानाध्यापक को बचाने की पुरजोर कोशिशें हो रही हैं। विभागीय अधिकारियों को बच्चों के हितों से कोई सरोकार नहीं दिख रहा है। जबकि सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि विद्यालय का प्रधानाध्यापक वर्षों से एमडीएम की धनराशि को हड़प रहा था। विद्यालय में एमडीएम मेन्यू का कभी पालन नहीं हो रहा था।
प्रधानाध्यापक की सिफारिश से शिक्षामित्र का अटैचमेंट जारी
अछनेरा बीआरसी पर उक्त विद्यालय के प्रधानाध्यापक के रसूख का ही असर है कि, विभागीय स्तर से अटैचमेंट पर रोक के बावजूद अछनेरा कस्बा के ही परिषदीय विद्यालय में एक शिक्षामित्र का अटैचमेंट, नियमों को ताक पर रखकर जारी रखा गया है। उक्त शिक्षामित्र का मूल विद्यालय गांव बस्तई के परिषदीय विद्यालय में बताया जा रहा है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, उक्त शिक्षामित्र के अटैचमेंट को जारी रखवाने में प्रधानाध्यापक का महत्वपूर्ण योगदान बताया जा रहा है।