आगरा: आगरा पुलिस ने अपराध और अपराधियों के खिलाफ अपनी मुहिम में एक और बड़ी सफलता हासिल की है। थाना शमशाबाद पुलिस, सर्विलांस टीम और एसओजी ने एक संगठित अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। मुखबिर की सूचना पर इरादतनगर तिराहा से दबिश देकर पुलिस ने इस गिरोह के तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है।
20 लाख के वाहन बरामद, एक आरोपी फरार
पुलिस टीम ने मौके से चोरी की 10 मोटरसाइकिलें, दो ट्रैक्टर और एक अवैध तमंचा बरामद किया है। इन सभी वाहनों का अनुमानित मूल्य करीब 20 लाख रुपये बताया जा रहा है। हालांकि, गिरोह का एक मुख्य आरोपी, हीरा सिंह निवासी राजस्थान, मौके से फरार होने में कामयाब रहा, जिसकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
राजस्थान में बेचते थे चोरी के वाहन
गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि वे एक संगठित तरीके से वाहनों की चोरी करते थे और फिर उन्हें राजस्थान में बेच देते थे। चोरी की गई बाइकों और ट्रैक्टरों को वे मधुपुर क्षेत्र की झाड़ियों में छिपाकर रखते थे, ताकि सौदे के समय उन्हें आसानी से निकाला जा सके।
फिरोजाबाद और धिमिश्री से चुराई गई थीं पल्सर और बुलेट
डीसीपी पूर्वी अली अब्बास ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि बरामद वाहनों में पल्सर और बुलेट बाइक भी शामिल हैं, जिन्हें फिरोजाबाद और धिमिश्री क्षेत्र से चुराया गया था। ट्रैक्टर और अन्य बाइकें भी अलग-अलग थाना क्षेत्रों से चोरी की गई थीं। इस गिरोह के सदस्य मुख्यतः फतेहाबाद, इरादतनगर और गढ़ी उदयराज क्षेत्र के निवासी हैं। गिरफ्तार आरोपियों के नाम मानवेंद्र सिंह, विजय सिंह और एक अन्य व्यक्ति हैं।
पुलिस की सतर्कता और संयुक्त ऑपरेशन की कामयाबी
आगरा पुलिस के लिए यह कार्रवाई सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के लिहाज से एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। एसओजी और सर्विलांस यूनिट के संयुक्त ऑपरेशन ने न सिर्फ एक बड़े गिरोह को पकड़कर अपराध पर लगाम लगाने का काम किया है, बल्कि हजारों लोगों की मेहनत की कमाई बचाने का काम भी किया है। फरार आरोपी की गिरफ्तारी के बाद इस गिरोह से जुड़े और भी खुलासे होने की उम्मीद है।