आगरा। नवरात्रि के आरंभ के साथ, आगरा पुलिस आयुक्त जे रविंद्र गौड़ ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए नौ विशेष अभियानों की घोषणा की है। अगले 90 दिनों तक पुलिस सुपर एक्टिव मोड में रहेगी। इन अभियानों का उद्देश्य महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को कम करना और अपराधियों को पकड़ना है।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि नवरात्रि में कन्या पूजन का विशेष महत्व है, और इसी संदर्भ में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए ये अभियान चलाए जाएंगे। प्रत्येक अपराध की श्रेणी के खिलाफ दस-दस दिन का अभियान चलाया जाएगा।
अभियान की रूपरेखा
1. आपरेशन गरुड़
पहले दस दिनों के लिए साइबर अपराधों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यदि किसी महिला को सोशल मीडिया पर परेशान किया जाता है, तो पुलिस तुरंत कार्रवाई करेगी।
2. आपरेशन शील्ड
इसके बाद, एसिड बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अवैध रूप से एसिड बेचने वाली दुकानों पर छापेमारी की जाएगी।
3. आपरेशन डेस्ट्रॉय
इस अभियान के दौरान अश्लील साहित्य, सीडी, और पोर्न फिल्म आदि का जब्तीकरण किया जाएगा।
4. आपरेशन बचपन
बाल श्रम, भिक्षावृत्ति, और बाल विवाह के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा, जिससे बच्चों को मुक्त कराया जा सके।
5. आपरेशन खोज
रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, और एनजीओ संचालित आश्रय स्थलों का पुलिस निरीक्षण किया जाएगा। यहां रहने वाले बच्चों को पुनर्वासित किया जाएगा।
6. आपरेशन मजनूं
लड़कियों के स्कूल, कॉलेज, और पार्कों में छेड़छाड़ करने वाले अवांछनीय तत्वों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
7. आपरेशन नशा
शराबियों और मादक पदार्थों के सेवन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, साथ ही खुले में शराब पीने के स्थानों पर भी छापेमारी होगी।
8. आपरेशन रक्षा
स्पा सेंटर, मसाज पार्लर, और होटलों में मानव तस्करी की शिकार महिलाओं को रेस्क्यू किया जाएगा और विधिक कार्रवाई की जाएगी।
9. आपरेशन ईगल
महिला संबंधी अपराधों में वांछित अभियुक्तों और जेल से बाहर आए अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि इन अभियानों के तहत महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। आगरा पुलिस का यह पहल निश्चित रूप से महिलाओं की सुरक्षा को बढ़ावा देगा।