आगरा (किरावली)। देश की सुरक्षा में तैनात एक फौजी के घर में हुई चोरी को डेढ़ महीने बीत चुके हैं। पीड़ित फौजी ने अनेकों बार पुलिस अधिकारियों के समक्ष घटना के खुलासे के लिए गुहार लगाई। छूटभैया बदमाशों को पकड़कर गुडवर्क का ढिंढोरा पीटने वाली किरावली पुलिस अभी तक चोरी का खुलासा करने में नाकाम साबित हुई है।
बताया जाता है कि सेना कोर मुख्यालय दिल्ली में तैनात मोहित चाहर पुत्र जगदीश प्रसाद, छुट्टियों से घर लौटने के दौरान विगत 23 दिसंबर को अपनी मां को तीर्थाटन कराने ले गया था। 30 दिसंबर को मोहित चाहर जब घर लौटा तो पैरों तले जमीन खिसक गई। घर के अंदर के सभी दरवाजे टूटे हुए थे। घर में रखी नकदी और लाखों की कीमत के आभूषण गायब थे। मौके पर पुलिस और डॉग स्क्वायड ने पहुंचकर साक्ष्य संकलित किए थे। शुरूआत में जांच में तेजी दिखाने वाली पुलिस बाद में शांत हो गई।
सूत्रों के अनुसार चोरी में जिस गाड़ी को शामिल बताया जा रहा था, उस गाड़ी का नंबर जांचने पर फर्जी निकला। इसके बाद आज तक कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ। पीड़ित मोहित चाहर के परिवारीजनों के अनुसार चोरी में उनकी मेहनत की कमाई का सब कुछ चला गया। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। उन्होंने घटना के शीघ्र खुलासे की मांग की है।
अवैध खनन के वाहनों का आवागमन जोरों पर
सूत्रों के अनुसार थाना किरावली क्षेत्र में अवैध खनन के वाहनों का आवागमन जोरों पर है। सुबह तड़के से ही थाने के ठीक सामने से लेकर मुख्य बाजार में अवैध खनन से भरे वाहनों का दौड़ना शुरू हो जाता है। इन वाहनों के चालक इतने बेखौफ होते हैं कि वाहन को दौड़ाने के दौरान होने वाली दुर्घटना का भी इन्हें तनिक भय नहीं है।
मैंने हाल ही में चार्ज लिया है। फौजी के घर में घटना की जानकारी जुटाकर शीघ्र खुलासे के प्रयास किए जाएंगे।
ज्ञानेंद्र सिंह-नवागत थाना प्रभारी, किरावली