आगरा : आगरा रेलवे डिवीजन के सेक्शन इंजीनियर गिरिराज शरण पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि उन्होंने एक गरीब व्यक्ति की दुकान से सील हटवाने के एवज में 25 हजार रुपये रिश्वत ली। पीड़ित के बेटे ने आरोप लगाया है कि सेक्शन इंजीनियर ने उन्हें रिश्वत लेने का वीडियो भी दिखाया है।
पीड़ित हरचरण लाल का कहना है कि वह 1980 से बेलनगंज में रेलवे की एक दुकान का किराएदार है। उसके भाई राजेंद्र कुमार ने कुछ साल पहले रेलवे अधिकारियों को एक पत्र लिखकर कहा था कि हरचरण लाल लापता हो गया है। इस पत्र के आधार पर रेलवे ने दुकान पर सील लगा दी।
हरचरण लाल ने बताया कि वह पिछले 7 सालों से लगातार रेलवे कार्यालय का चक्कर लगा रहा है, लेकिन उसकी दुकान की सील नहीं खुल रही है। आखिरकार, वह सेक्शन इंजीनियर गिरिराज शरण से मिला। गिरिराज शरण ने उसे 25 हजार रुपये रिश्वत मांगी। हरचरण लाल ने रिश्वत देने से इनकार कर दिया, लेकिन उसके बेटे विकास गुप्ता ने रिश्वत देकर दुकान की सील खुलवा ली।
विकास गुप्ता ने बताया कि उन्होंने सेक्शन इंजीनियर गिरिराज शरण से रिश्वत लेने का वीडियो भी बनाया है। उन्होंने इस वीडियो को उत्तर प्रदेश टाइम्स के पास भी दिया है।
आगरा रेल डिवीजन के जनसंपर्क अधिकारी प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जाएगी और दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।