आगरा। थाना न्यू आगरा क्षेत्र स्थित करबला कब्रिस्तान की ताजीयादारी की जमीन पर अवैध रूप से मंदिर/समाधि निर्माण का मामला सामने आया है। इस घटना से मुस्लिम समुदाय में गहरा आक्रोश व्याप्त है। समुदाय के सदस्य Mohd Kamil Abul Ulai ने इस संबंध में पुलिस आयुक्त आगरा, जिलाधिकारी आगरा और एलआईयू पुलिस को एक शिकायती पत्र भेजा है, जिसमें तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है।
शिकायत में बताया गया है कि माया नामक महिला और उसके पुत्र पप्पू, मदरेश व अन्य लोगों ने कुछ राजनीतिक और आपराधिक तत्वों के साथ मिलकर साजिश रची और जालसाजी व मिलीभगत से करबला कब्रिस्तान की उस जमीन पर अवैध मंदिर/समाधि बना दी, जहां पर पारंपरिक रूप से ताजीयादारी का आयोजन होता है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उक्त लोग कब्रिस्तान करबला में अवैध अतिक्रमण और गैर कानूनी कब्जा भी किए हुए हैं। इन असामाजिक तत्वों और आपराधिक तत्वों ने शहर का माहौल खराब करने का काम किया है, जिससे शांति व्यवस्था भंग होने का अंदेशा पैदा हो गया है।
अपने शिकायती पत्र में Mohd Kamil Abul Ulai ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस मामले को तत्काल संज्ञान में लिया जाए और करबला कब्रिस्तान से अवैध अतिक्रमण और अवैध मंदिर/समाधि को तुरंत हटाया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई नहीं की जाती है, तो मुस्लिम समाज स्वयं उक्त अतिक्रमण को हटाने के लिए विवश होगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन पर होगी।
इस गंभीर मामले की सूचना आवश्यक कानूनी कार्रवाई के लिए थाना प्रभारी, थाना न्यू आगरा को भी भेजी गई है।
इस घटना ने आगरा के मुस्लिम समुदाय में गहरी चिंता और नाराजगी पैदा कर दी है। समुदाय के लोगों का कहना है कि कब्रिस्तान जैसी पवित्र जगह पर इस तरह का अवैध निर्माण अस्वीकार्य है और यह धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य है। उनका कहना है कि प्रशासन को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और कब्रिस्तान की पवित्रता को बनाए रखना चाहिए।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस और जिला प्रशासन इस गंभीर शिकायत पर कितनी जल्दी संज्ञान लेते हैं और क्या कार्रवाई करते हैं, ताकि क्षेत्र में शांति और सौहार्द बना रहे।