आगरा: युवा अधिवक्ता संघ आगरा मण्डल द्वारा दीवानी स्थित मण्डल कार्यालय पर पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु एक भावपूर्ण सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभी अधिवक्ताओं ने पुलवामा हमले की छठवीं बरसी पर शोक व्यक्त किया और शहीदों के प्रति सम्मान एवं श्रद्धा प्रकट की। इस आयोजन के तहत एक मौन जुलूस भी निकाला गया, जिसमें अधिवक्ताओं ने एकजुट होकर देश की वीर शहीदों को नमन किया।
मौन जुलूस और श्रद्धांजलि सभा
युवा अधिवक्ता संघ आगरा मण्डल के अध्यक्ष नितिन वर्मा के नेतृत्व में आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा का प्रारंभ दीवानी न्यायालय गेट नंबर तीन से हुआ। इस जुलूस में सभी अधिवक्ताओं ने मौन धारण कर पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 वीर जवानों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। जुलूस एम जी रोड होते हुए भारत माता की प्रतिमा तक पहुंचा, जहां अधिवक्ताओं ने ‘भारत माता की जय’ और ‘देश के वीर शहीद अमर रहे’ के नारे लगाए।
युवा अधिवक्ताओं ने हाथों में तख्तियाँ ली हुई थीं, जिन पर ‘पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि’ और ‘भारत माता की जय’ जैसे नारे लिखे थे। भारत माता की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अधिवक्ताओं ने अपने शोक और सम्मान को व्यक्त किया।
सर्वसम्मति से शोक व्यक्त किया गया
श्रद्धांजलि सभा में प्रमुख रूप से युवा अधिवक्ता संघ आगरा मण्डल के अध्यक्ष नितिन वर्मा, शम्भू नाथ चौबे (अध्यक्ष, पूर्वांचल संस्कृति सेवा समिति), पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता शिशुपाल सिंह, राजीव सिंह टॉक, प्रवेंद्र कुमार, वीरेंद्र पाल सिंह, लायक सिंह वर्मा, अजयदीप सिंह, योगेंद्र सिंह, सिकन्दर शहरा, देव कुमार गौतम, एलेक्स लाल, कृष्ण मुरारी माहेश्वरी, राजेंद्र प्रसाद, अंगद सिंह, कृपाल सिंह, मनोज सिंह, अखिलेश सिंह, रिंकू यादव और अन्य अधिवक्ता उपस्थित रहे।
इन सभी ने पुलवामा हमले के शहीदों को नमन करते हुए उनके बलिदान को याद किया और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शहीदों के योगदान को याद करना और देश के प्रति उनकी निष्ठा को सलाम करना था।
पुलवामा हमला और शहीदों की श्रद्धांजलि
14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले ने देश को गहरे शोक में डुबो दिया था, जब हमारे 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले ने न केवल देश को शोकित किया, बल्कि पूरे राष्ट्र में आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश भी दिया। आज, उस हमले की छठी बरसी पर युवा अधिवक्ता संघ ने यह आयोजन करके शहीदों के बलिदान को याद किया और उनके परिवारों के प्रति अपनी पूरी संवेदना व्यक्त की।