दो साल में बनकर तैयार होगा पक्का पुल,10 पिलर पर एक साथ तेजी से चल रहा पुलबनाने का काम
अभिषेक परिहार
पिनाहट–चंबल नदी स्थित पिनाहट उसैद घाट पर पक्का पुल बनाए जाने का काम इन दिनों तेजी से चल रहा है। अगर पुल बनाने की यही रफ्तार रही तो अगले दो साल में पुल बनकर तैयार हो जाएगा। वर्तमान में 10 पिलरों पर साथ कैप बनना का कार्य चल रहा है। यहां बताना
जरूरी है कि मप्र व उत्तर प्रदेश राज्यों को जोड़ने के लिए दो साल पहले चंबल नदी पर पुल बनाने का कार्य शुरू किया गया था। लेकिन कोरोना महामारी व चंबल नदी में बाढ़ आने के कारण पुल बनाने का काम धीमा हो गया था। लेकिन अब यह तेजी से किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पक्का पुल नहीं बनने के कारण तटवर्ती इलाकों के लोग चंबल नदी पार करने के लिए स्टीमर का इस्तेमाल करते हैं अथवा पांटून पुल के माध्यम से आवागमन
करते हैं। लेकिन इस बार निर्धारित अवधि में पांटून का पुल का निर्माण नहीं हो पाया है। जबकि हर साल चंबल नदी पर 15 अक्टूबर तक पांटून पुल बना दिया जाता है।
जबकि पांटून पुल के अभाव में स्टीमर से चंबल नदी पार करना जोखिम भरा होता है। क्योंकि मोटा मुनाफा कमाने के फेर में स्टीमर संचालक न केवल क्षमता से अधिक सवारियां बैठा लेते हैं, बल्कि स्टीमर के बाइक रखकर भी चंबल नदी पार करते हैं। लेकिन अब पक्का पुल बनाने के कार्य ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। जिससे चंबल नदी के तटवर्ती इलाकों में खुशी का माहौल है।