फतेहाबाद। हम अपने पशुओं का पालन करते हैं हमारी मंशा होती है कि अधिक से अधिक दुग्ध उत्पादन हो ।इसके लिए पशुपालकों को अपने पशुओं के रखरखाव पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है ।उक्त विचार मंगलवारको धारापुरा मे पशुपालन विभाग व्दारा आयोजित पं. दीनदयाल उपाध्याय आरोग्य मेला मे उपमुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा.के.सी.लोधी ने व्यक्त करते हुए कहा कि पशुपालक अपने पशुओ के स्वास्थ्य पर बिशेष ध्यान रखते हुऐ अपने अपने पशुओं का बीमा अवश्य कराये।
उन्होंने कहा कि पशु स्वस्थ रहेगा तो निश्चित रूप से दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी कर दोगुनी आय प्राप्त कर सकते हैं।वही उन्होंने पशुपालकों को बताया कि अपने पशुओं को तीन माह के अंतराल के बाद पेट के कीड़े की दवा अवश्य पिलाएं ।उन्होंने बताया कि अधिकांश पशु पेट के कीड़ों की वजह से बीमार पड़ जाते हैं। उन्होंने पशुओं में ककीली कीडों के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह कीड़े पशुओं के खून चूसने का काम करते हैं। इसलिए अपने पशुओं के दवा खिलाये ।उन्होंने बताया कि अपने पशुओं से अधिक दूध की प्राप्ति के लिए अपने पशुओं को मिनरल मिक्चर दें ।
उन्होंने पशुपालकों से जैविक खाद का प्रयोग कर हरा चारा और फसल में प्रयोग करें यह जैविक खाद पशु और परिजनों के लिए बहुत ही लाभदायक है ।खनिज लवणों की कमी को दूर करने तथा पशु अधिक दुग्ध उत्पादन तो होगा साथ ही साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी ।उन्होंने बताया कि क्रत्रिम गर्भाधान सरकार द्वारा निशुल्क किया जा रहा है।जिससे अच्छी नस्ल की बछिया पैदा होगी।उन्होंने पशुपालकों से खुरपका मुंहपका तथा गलाघोंटू का टीकाकरण अपने पशुओं में अनिवार्य रूप से कराये।
इस शिविर में 435 पशुओं का इलाज किया गया।इस अवसर पर पूर्व प्रधान अशोक कुमार वर्मा ,ओमवीर सिंह चाहर पशुधन प्रसार अधिकारी, शेरसिंह, भूपेंद्र सिंह यादव, जितेन्द्र सिंह, दिनेश कुमार, राजकुमार,रमेशचंद्र वर्मा, मदन आदि ने विचार व्यक्त किये।