15 दिन से था लापता, फोरेंसिक टीम ने की जांच, नर कंकाल को पोस्टमार्टम को भेजा गया
सुमित गर्ग,
खेरागढ़ – थाना कागारौल क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गढ़मुक्खा गांव में उस समय सनसनी फैल गई जब गांव के ही पास पेट्रोल पंप से आगे सरसों के खेत में एक नर कंकाल देखा गया।
खेत मालिक किसान जब अपने खेत में पानी देने पहुंचा, तो उसने सरसों के बीच कुछ संदिग्ध वस्तु देखी। पास जाकर देखा तो मानव कंकाल पड़ा था। उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी।सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अंकुर मालिक पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।जांच शुरू की गई और फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया, जिसने साक्ष्य एकत्र कर मृत्यु के कारणों की प्रारंभिक जांच की।
कपड़ों और मोबाइल फोन के आधार पर मृतक की पहचान जगदीश वैष्णव (30 वर्ष) पुत्र स्व. जानकी प्रसाद निवासी गढ़मुक्खा गांव के रूप में की गई। मृतक की मां और पत्नी ने चचेरे भाई राजवीर के साथ मौके पर पहुंचकर शव की पहचान की।
मृतक की मां कुंती देवी ने बताया कि उनका बेटा 24 अक्टूबर की दोपहर 1:30 बजे खाना खाकर घर से बिना कुछ कहे निकला था।इसके बाद उसे 4:21 बजे किरावली रोड पर ठेके के पास देखा गया था।
इसके बाद वह घर नहीं लौटा। परिवार ने 28 अक्टूबर को गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना कागारौल में दर्ज कराई थी।
जगदीश की पत्नी बृजेश देवी की तबीयत बेहद खराब है और सदमे से बार-बार बेहोश हो रही हैं। उसकी 1 वर्ष 2 माह की बेटी गौरी है।
पिता का निधन लगभग 5 वर्ष पहले हो चुका है और वह परिवार का इकलौता बेटा था। अब कोई कमाने वाला परिवार में नहीं है।
जगदीश पहले दिल्ली की एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन लगभग छह महीनों से बेरोजगार था और घर पर ही रह रहा था।उसकी जेब से 50 रुपये और मोबाइल फोन बरामद हुआ है।

थाना कागारौल प्रभारी अंकुर मालिक ने बताया कि
> “मृतक की गुमशुदगी रिपोर्ट 28 अक्टूबर को दर्ज की गई थी। शव की पहचान हो चुकी है। फोरेंसिक टीम ने मौके पर जांच की है, और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का स्पष्ट खुलासा हो सकेगा।”
