आगरा: आगरा की डॉ. मुक्ता शुक्ला ने आयुर्वेद के क्षेत्र में अपनी असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए बड़ी सफलताएं हासिल की हैं। उन्होंने ऑल इंडिया कंप्टीशन (AIAPGET) और नव परिवर्तन आइडिया हेक्थान-2024 दोनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर जिले और प्रदेश का नाम रोशन किया है।
AIAPGET में शानदार प्रदर्शन:
डॉ. मुक्ता शुक्ला ने अपनी BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करने के बाद आगरा के जिला अस्पताल से छह महीने की इंटर्नशिप पूरी की। बिना किसी कोचिंग संस्थान में पढ़े, उन्होंने ऑल इंडिया आयुर्वेदिक पोस्ट ग्रेजुएट एंट्रेंस टेस्ट (AIAPGET) दिया, जिसमें उन्होंने पूरे भारत में अच्छी रैंकिंग हासिल की। उत्तर प्रदेश में PG के लिए मात्र 77 सीटें थीं, और डॉ. मुक्ता ने आगरा जिले से एकमात्र छात्रा के रूप में यूपी में अपना स्थान बनाया। उन्हें लखनऊ का प्रतिष्ठित राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, तुड़ियागंज में डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (आयुर्वेद) के प्रथम वर्ष में प्रवेश मिला है। अध्ययन काल के दौरान उन्हें सरकार की ओर से स्टायपेंड भी मिलेगा।
पारिवारिक पृष्ठभूमि:
डॉ. मुक्ता शुक्ला के पिता, राकेश शुक्ला, सीएलसी नगर निगम के उप सचिव हैं और कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए हैं। वे लगभग 200 निराश्रित गोवंश के संचालन का कार्य भी देखते हैं। उनकी माता, निशा शुक्ला, अपनी कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।
नव परिवर्तन आइडिया हेक्थान-2024 में भी चयन:
डॉ. मुक्ता शुक्ला की एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि नव परिवर्तन आइडिया हेक्थान-2024 में उनका चयन है। यह अखिल भारतीय स्तर का टेस्ट राष्ट्रीय उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय विकास संस्थान (NIESBUD), अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) नई दिल्ली, और भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) लखनऊ तीनों संस्थाओं ने मिलकर आयोजित किया था।
AIIA ने आयुष मंत्रालय के निर्देश पर आयुर्वेद नवाचार और उद्यमिता के लिए इनक्यूबेशन सेंटर (AIIA-iCAINE) की स्थापना की है, जिसका उद्देश्य अकादमिक ज्ञान का लाभ उठाते हुए आयुर्वेद में उद्यमिता को बढ़ावा देना है।
इस हेक्थान में देशभर से चुने गए 101 बच्चों में डॉ. मुक्ता शुक्ला का भी चयन हुआ। उन्हें IIM लखनऊ के कैंपस सेक्टर 62 नोएडा में भारत में उच्च स्तरीय आयुर्वेद में अनुसंधान के क्षेत्र में तीन दिवसीय पाठ्यक्रम के लिए सम्मानित किया गया।
उत्तर प्रदेश सरकार ने किया सम्मानित:
इस उपलब्धि से उत्तर प्रदेश सरकार अत्यंत प्रसन्न हुई। उत्तर प्रदेश आयुष विभाग के प्रमुख सचिव श्री रंजन कुमार ने व्यक्तिगत रूप से अपने चैंबर में डॉ. मुक्ता शुक्ला सहित अन्य विद्यार्थियों को सम्मानित किया।
डॉ. मुक्ता शुक्ला की यह सफलता न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रतिभा का प्रमाण है, बल्कि यह आयुर्वेद के क्षेत्र में युवा पीढ़ी की बढ़ती रुचि और उनके योगदान को भी दर्शाती है।