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पहाड़ी राज्यों में भारी बर्फबारी और बारिश की संभावना
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दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश में बारिश
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ओलावृष्टि और तेज हवाओं का खतरा
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अगले चार दिनों तक ऐसा ही मौसम रहने की संभावना
मौसम विभाग ने आगाह किया है कि पहाड़ी राज्यों में भारी बर्फबारी और बारिश हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भारी बर्फबारी का अनुमान है। मैदानी इलाकों में भी बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए अलर्ट जारी किया है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम विभाग की चेतावनी का पालन करें और सुरक्षित रहें।
राज्यवार मौसम:
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हिमाचल प्रदेश: 19 फरवरी को रेड अलर्ट, 115 से 204 मिलीमीटर तक बारिश
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जम्मू-कश्मीर और लद्दाख: 64 से 115 मिलीमीटर तक बारिश
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उत्तराखंड: सोमवार को 115 मिमी बारिश
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उत्तर प्रदेश: सोमवार को मध्य और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ओलावृष्टि और आंधी-पानी
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दिल्ली-एनसीआर: बारिश की संभावना, तापमान में गिरावट
उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में ओलावृष्टि और आंधी-बारिश की संभावनाएं
सोमवार को उत्तर प्रदेश के कुछ पूर्वी जिलों को छोड़कर मध्य और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि और आंधी-पानी की संभावनाएं बनी है। जबकि मंगलवार को सहारनपुर, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत और मेरठ समेत अलीगढ़ मथुरा हाथरस आगरा फिरोजाबाद और एटा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक मैदानी इलाकों में अगले चार दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश का कुछ हिस्सा शामिल है।
हिमाचल प्रदेश में 19 फरवरी को रेड अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक धनंजय महापात्रा कहते हैं कि हिमाचल प्रदेश में 19 फरवरी को रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसी तारीख के लिए जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी रेड अलर्ट घोषित है। मौसम विभाग के महानिदेशक के मुताबिक हिमाचल प्रदेश, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर समेत उत्तराखंड के इलाके में बारिश और बर्फबारी होगी। विभाग के मुताबिक रविवार और सोमवार को हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग स्थान पर बारिश और बर्फबारी का अनुमान है। इसको लेकर अलर्ट जारी किया गया है कि लोग जहां पर जल भराव हो उन जगहों से दूर रहे। इसके अलावा जो कमजोर पहाड़ियां या अन्य इमारतें हैं उनसे भी दूर रहने की सलाह दी गई है।