एटा: उत्तर प्रदेश के एटा जिले में गोल्ड मोहर गुटखा (तम्बाकू) की कालाबाजारी जोरों पर है। जिले के अलीगंज, जैथरा, आवागढ़ समेत विभिन्न क्षेत्रों में गुटखा पाउच निर्धारित कीमत से कहीं अधिक दामों पर बेचे जा रहे हैं। स्थानीय उपभोक्ताओं का कहना है कि 5 रुपए का गुटखा पाउच अब 15 रुपए के 2 पाउच के हिसाब से मिल रहा है, जबकि 10 और 20 रुपए वाले पाउच भी 2 रुपए अतिरिक्त दाम पर बिक रहे हैं। इससे गुटखा खाने वाले लोगों की जेबें ढीली हो रही हैं।
व्यापारी वर्ग का कहना है कि गुटखा की आपूर्ति में कमी के कारण कीमतों में वृद्धि की गई है, लेकिन उपभोक्ताओं का आरोप है कि यह पूरी तरह से कालाबाजारी है। बाजारों में खुलेआम यह महंगे दामों पर बिकने के बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
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महंगे दामों और स्वास्थ्य पर प्रभाव
महंगे दामों के बावजूद गुटखा की बिक्री लगातार जारी है, जो न केवल आम जन की जेब पर भारी पड़ रही है, बल्कि इससे स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड़ सकता है। गुटखा में तम्बाकू और अन्य हानिकारक रसायन होते हैं, जो लंबे समय तक सेवन करने पर गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
स्थानीय लोगों ने इस बढ़ती समस्या पर कड़ी नाराजगी जताई है और प्रशासन से जल्द से जल्द हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि कालाबाजारी पर रोक लग सके और उपभोक्ताओं को उचित दामों पर गुटखा मिल सके।