आगरा की मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी और जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी ने बुधवार को ताज व्यू प्वाइंट, मेहताब बाग, ग्यारह सीढ़ी, राजकीय उद्यान, ताज व्यू गार्डेन, रामलीला ग्राउंड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कई खामियां पाईं, जिन पर उन्होंने नाराजगी जताई और संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
ताज व्यू प्वाइंट पर घास चरते मिले पशु, यमुना नदी और घाटों पर गंदगी, कपड़े धोते वॉशरमैन मिले। मंडलायुक्त ने नगर निगम के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और यमुना किनारे घाटों पर गंदगी के लिए जिम्मेदार सफाई इंचार्ज को सस्पेंड करने, सफाई कर्मियों का एक सप्ताह का वेतन काटने और अपर नगर आयुक्त और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को अंतिम लिखित चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए।
मेहताब बाग में बेतरतीब खड़ी घास, खराब फाउंटेन, महत्वपूर्ण ब्लैक ताजमहल के बारे में जानकारी के साइनेज न लगे होने, टूरिस्ट हेतु बेंच और शेडो शेल्टर न होने पर मंडलायुक्त ने नाराजगी व्यक्त की और 15 दिन में सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
ताज व्यू प्वाइंट और मेहताब बाग तक अप्रोच रोड की हालत अत्यंत खराब थी। मंडलायुक्त ने एडीए को 30 अक्टूबर तक मरम्मत कार्य कराने और हस्तांतरण की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
रामलीला मैदान में अवैध झुग्गी, फुटपाथ पर वेंडर्स, टूटे डिवाइडर और रोड पर बिखरे पत्थर देखकर मंडलायुक्त ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। जिलाधिकारी ने नगर निगम द्वारा पूर्व में कराए गए कामों के आधार पर आगरा फोर्ट और रामलीला मैदान के आसपास टूटे पत्थरों की मरम्मत कराने, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के साथ डिवाइडर-तिराहा के जीर्णोद्धार और रंगरोगन कराने के निर्देश दिए।
मंडलायुक्त ने आगरा फोर्ट से लेकर बिजलीघर और फोर्ट स्टेशन के बीच झुग्गी-झोपड़ियों में रह रहे लोगों को किसी दूसरे स्थल पर पुनर्वास करने, अवैध वेंडरों को हटाने और किले के चारों ओर समुचित साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए।
मंडलायुक्त के निरीक्षण के बाद स्पष्ट हो गया है कि आगरा की ऐतिहासिक और पर्यटन स्थलों की स्थिति चिंताजनक है। कई जगहों पर गंदगी, अव्यवस्था और रखरखाव की कमी देखी गई। मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं, लेकिन यह देखना होगा कि इन निर्देशों का पालन किया जाता है या नहीं।