जैथरा, एटा: जैथरा नगर पंचायत की लाखों रुपए की कार्य योजना के अधूरे और लापरवाह क्रियान्वयन ने अधिशासी अधिकारी कृष्णकांत सरल की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। नगर के स्थानीय व्यापार को सशक्त बनाने के उद्देश्य से प्रस्तावित शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का अवैध निर्माण अभी अधर में लटका गया है।
जैथरा नगर पंचायत की यह योजना न केवल प्रशासनिक खामियों को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सही योजना और निष्पादन के अभाव में विकास कार्य कैसे प्रभावित हो सकते हैं। जिलाधिकारी एटा प्रेम रंजन सिंह को दिए शिकायती प्रार्थना पत्र में संजय पुत्र राजपाल सिंह निवासी जखा ने नगर पंचायत के अवैध निर्माण पर आपत्ति दर्ज कराई है। उन्हें जिलाधिकारी ने नगर पंचायत के निर्माण कार्य की जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया है। नगर पंचायत पर मजलूमों के भूखंडों पर अवैध रूप से कब्जा करने के आरोप हैं। अब सभी की निगाहें प्रशासन पर हैं कि वह इस समस्या का समाधान कैसे निकालता है।
वहीं प्रशासनिक तंत्र पर सवाल करते हुए नगर पंचायत के अवैध निर्माण के खिलाफ बुंदा देवी ने न्यायालय से स्थगन आदेश लाकर नगर पंचायत के शॉपिंग कांप्लेक्स निर्माण को अवैध बताया है।
नगर पंचायत की लाखों रुपए की योजना लापरवाही और स्थानीय प्रशासन की खामियों के कारण अब अधर मे लटक गई है। अब सभी की निगाहें नगर पंचायत के विवादित प्रोजेक्ट टिकी हुई हैं।