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पाकिस्तान में हाफिज सईद के संगठन की भारत विरोधी रैलियां, सेना को समर्थन; ‘पहलगाम मास्टरमाइंड’ भी हुआ शामिल

Manisha singh
3 Min Read
पाकिस्तान में हाफिज सईद के संगठन की भारत विरोधी रैलियां, सेना को समर्थन; 'पहलगाम मास्टरमाइंड' भी हुआ शामिल

इस्लामाबाद, पाकिस्तान: मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) की राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) ने पाक सेना के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करने और भारत विरोधी भावनाएं भड़काने के लिए 50 से अधिक शहरों में रैलियां आयोजित कीं। इन सभाओं को संघीय, पंजाब और सिंध सरकारों का संरक्षण प्राप्त था, जो पाकिस्तान में चरमपंथी संगठनों के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। अधिकतर रैलियां पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आयोजित की गईं।

‘यौम-ए-तकबीर’ पर सेना को समर्थन

पीएमएमएल के अध्यक्ष खालिद मसूद सिंधु ने एक रैली में कहा, “यौम-ए-तकबीर (28 मई) के दिन पूरा देश पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है, क्योंकि 27 साल पहले इसी दिन (1998 में) पाकिस्तान परमाणु शक्ति बना था।” यह बयान भारत के परमाणु परीक्षणों के जवाब में पाकिस्तान द्वारा किए गए परमाणु परीक्षणों के संदर्भ में दिया गया है। जिन प्रमुख शहरों में पीएमएमएल की रैलियां आयोजित की गईं उनमें इस्लामाबाद, लाहौर, कराची और पेशावर शामिल हैं।

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भारत विरोधी रैली में ‘पहलगाम मास्टरमाइंड’ की मौजूदगी

इन भारत विरोधी रैलियों में लश्कर-ए-तैयबा का कुख्यात कमांडर सैफुल्लाह कसूरी भी शामिल हुआ, जिसे पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। कसूरी ने रैली में खुले तौर पर कहा, “मुझे पहलगाम हमले का दोषी माना जा रहा है, अब पूरी दुनिया में मेरा नाम प्रसिद्ध हो गया है।” कसूरी भारत विरोधी गतिविधियों में लंबे समय से शामिल रहा है और वह लश्कर के अहम सदस्यों में से एक है। हाल की रैली में हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद भी शामिल हुआ था, जो इन संगठनों के भीतर नेतृत्व के हस्तांतरण को दर्शाता है।

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ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी नहीं सुधरा पाकिस्तान

पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी। पाकिस्तान की इस नापाक साजिश के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए करारा जवाब दिया था, जिसमें कई आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया। हालांकि, इन जवाबी कार्रवाइयों के बावजूद पाकिस्तान सुधरने का नाम नहीं ले रहा है और आतंकियों को सालों से फंडिंग कर रहा है। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद उसकी कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दिया था, जिसमें पाक सेना को भारी नुकसान हुआ था। पाक सेना के मुरीदके और नूरखान एयरबेस का बड़ा हिस्सा तबाह हो गया था, और पाकिस्तान ने खुद भी इस नुकसान को स्वीकार किया था।

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