फतेहपुर सीकरी । सीकरी की राजस्थान सीमा से सटे 50 ग्रामों में कई दशक पुरानी सिंचाई की ज्वलंत समस्या से निजात के लिए किसानों द्वारा नहर निकाले जाने की मांग पर सांसद राजकुमार चाहर के प्रयासों के बाद प्रदेश जल शक्ति मंत्रालय द्वारा क्षेत्र में नहर निकाले जाने के लिए फिजिकलिटी रिपोर्ट के लिए 23.60 लाख रुपए आईआईटी रुड़की के लिए अवमुक्त किए जा चुके हैं । बता दें विगत कई दशकों से राजस्थान सीमा से सटे विकासखंड के लगभग 50 ग्रामों में निरंतर गिरते भूजल स्तर एवं सिंचाई की समस्या निरंतर गहरा रही है । उक्त मामले में विगत कई माह तक स्थानीय किसानों द्वारा सिंचाई विभाग के कार्यालय पर धरना व अनशन भी दिया जा चुका है । उक्त समस्या के निराकरण के लिए सांसद राजकुमार द्वारा संसद में भी नहर निकाले जाने के लिए मांग उठाई गई थी ।
वही क्षेत्रीय किसानों का प्रतिनिधिमंडल सांसद के साथ जाकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से जुलाई माह में मिला था। जिस पर उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया था कि प्रदेश सरकार इस पर काम करें और धन की आवश्यकता होने पर वे केंद्र सरकार से अव मुक्त कराएंगे। उक्त मामले में सांसद द्वारा प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से समस्या निस्तारण के लिए मिले और वार्ता की गई जिस पर प्रदेश सरकार द्वारा आईआईटी रुड़की को जिम्मेदारी दी गई । कि नहर निकासी के लिए फिजीबिल्टी रिपोर्ट तैयार करें ।
सांसद राजकुमार चाहर ने बताया कि 9 मार्च 2023 को प्रदेश सरकार द्वारा 23.60 लाख रुपए आईआईटी रुड़की को भुगतान कर दिया गया है । रुड़की के प्रोफेसर एस के मिश्रा एक बार निरीक्षण कर चुके हैं व प्रोफेसर आई डी गर्ग के नेतृत्व में पूरी टीम स्थलीय निरीक्षण कर नहर निकासी की रिपोर्ट तैयार कर शासन को सौंप देगी। उन्होंने बताया कि केंद्र व प्रदेश सरकार किसानों की सिंचाई की इस गंभीर समस्या के निराकरण के लिए प्रतिबद्ध है।