आगरा । कागारौल में ट्रक से कुचले गए मासूम बच्चे के शव को परिजनों ने सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। दिव्यांग दंपति का अकेला सहारा था उनका ढाई वर्षीय बेटा, उसकी मौत से परिवार सदमे में है। पुलिस प्रशासन ने दर्ज एफआईआर में चालक का नाम तक नहीं खोला है। दिव्यांग दंपति को मुआवजा दिलाए जाने के लिए ठोस आश्वासन देने पर जाम खोला गया।
आगरा के कागारौल में शनिवार को दिव्यांग दंपति के ढाई वर्ष के बेटे को एक बारह चक्का ट्रक ने कुचल दिया था। जिसके बाद मासूम की मौके पर ही मौत हो गई थी। गुस्साए परिजनों ने जाम लगा दिया। प्रशासन ने किसी तरह परिजनों को समझा बुझा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था।
रविवार को पोस्टमार्टम के बाद जब किशोर का शव गांव पहुंचा तो दिव्यांग यूनियन की राष्ट्रीय अध्यक्ष शमीना उस्मानी एवं रष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र सविता के नेतृत्व में दिव्यांग यूनियन के कार्यकर्ता परिजनों के साथ उठ खड़े हुए। उन्होंने शव को मैंन तिराहे पर रख कर आगरा जगनेर मार्ग को जाम कर दिया।
दिव्यांग यूनियन ने पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए दिव्यांग दंपति को मुआवजा राशि दिलाए जाने के ठोस आश्वासन पर अपना प्रदर्शन समाप्त करने की बात कही।
जाम की सूचना पर कागारौल पुलिस टीम के साथ खेरागढ़ का पुलिस फोर्स भी पहुंच गया और समझाने बुझाने में जुटे रहे। जानकारी पर एसडीएम खेरागढ़ नीरज शर्मा और एसीपी सैंया पीयूष कांत राय भी पहुंच गए। नारेबाजी कर रहे यूनियन को समझाने लग गए। इसी बीच खेरागढ़ के विधायक भगवान सिंह कुशवाह भी पहुंच गए और पीढ़ित दिव्यांग दंपति को हरसंभव मदद के साथ साथ उनकी बात को लखनऊ तक ले जाने की बात कही।
दिव्यांग दंपति और दिव्यांग यूनियन के कार्यकर्ताओं के समझाने पर जाम करीब तीन घंटे बाद खोला गया।
दिव्यांग दंपति के बेटे की मौत के बाद परिजनों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है। वे प्रशासन से मुआवजा दिलाए जाने की मांग कर रहे हैं। प्रशासन ने उन्हें हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है।