यरुशलम/गाजा: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को गाजा में हमास के प्रमुख मोहम्मद सिनवार के मारे जाने का दावा किया है। उन्होंने इजरायली संसद में इसकी पुष्टि की, हालांकि हमास ने अभी तक मोहम्मद सिनवार की मौत की पुष्टि नहीं की है। मोहम्मद सिनवार, याह्या सिनवार का छोटा भाई था, जिसने पिछले साल समूह का शीर्ष पद संभाला था जब इजरायल ने उसके भाई याह्या को मार गिराया था। मोहम्मद सिनवार लंबे समय से इजरायल की मोस्ट वांटेड सूची में सबसे ऊपर था।
‘घोस्ट’ के नाम से कुख्यात, कई बार दिया मौत को मात
हमास के अधिकारियों ने मोहम्मद सिनवार को ‘घोस्ट’ (भूत) करार दिया है, क्योंकि वह इजरायली खुफिया एजेंसियों को बार-बार चकमा देने में कामयाब रहा। सिनवार ने कई हत्या के प्रयासों को नाकाम किया, जिसमें हवाई हमले और रास्ते में लगाए गए विस्फोटक भी शामिल थे। हमास सूत्रों के अनुसार, एक बार जब सिनवार कब्रिस्तान गया, तो उनके रास्ते में एक ईंट जैसा रिमोट-नियंत्रित विस्फोटक खोजा गया था। 2003 में उनके घर की दीवार में लगाए गए बम को भी हमास कार्यकर्ताओं ने खोजकर एक और हत्या के प्रयास को विफल कर दिया था।
अक्टूबर 2023 के हमले का मास्टरमाइंड
1975 में जन्मे मोहम्मद सिनवार ने 2005 तक हमास की खान यूनिस ब्रिगेड का नेतृत्व किया, जो सीमा पार हमलों और रॉकेट हमलों के लिए जानी जाती है। उसे 2023 के इजरायल पर हुए हमले की योजना में भी केंद्रीय भूमिका निभाने वाला माना जाता है। उसने 2006 में इजरायली सैनिक गिलाद शालित के अपहरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसे पांच साल बाद 1,000 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों के बदले रिहा किया गया था, जिसमें उसका भाई याह्या भी शामिल था।
आगे क्या?
मोहम्मद सिनवार की मौत के बाद उसका करीबी इज अल-दीन हदाद हमास की सशस्त्र शाखा का प्रभारी बन जाएगा, जो वर्तमान में उत्तरी गाजा में कार्रवाई की देखरेख करता है। नेतन्याहू ने 21 मई को कहा था कि दक्षिणी गाजा के एक अस्पताल पर हमले के दौरान संभवतः वह मारा गया था, लेकिन अब उन्होंने इजरायली संसद में सीधे तौर पर मौत की पुष्टि की है। हमास ने इस खबर पर चुप्पी साध रखी है, जिससे उसकी मौत को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
गाजा में सहायता वितरण स्थल पर गोलीबारी
इसी बीच, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि नए सहायता वितरण स्थल पर भीड़ पर गोलीबारी की गई, जिसमें एक फलस्तीनी मारा गया और 48 अन्य घायल हो गए। यह स्थल इजरायल और अमेरिका समर्थित फाउंडेशन द्वारा स्थापित किया गया है। मंगलवार को भीड़ ने वितरण स्थल के चारों ओर लगी बाड़ों को तोड़ दिया था। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि मौत और चोटें इजरायली सेना, निजी ठेकेदारों या अन्य लोगों की वजह से हुई हैं। फाउंडेशन ने कहा कि उसके ठेकेदारों ने भीड़ पर गोली नहीं चलाई। इजरायल ने कहा कि उसके सैनिकों ने चेतावनी के तौर पर उसके पास गोलियां चलाई थीं।
क्षेत्रीय तनाव और अंतरराष्ट्रीय अपील
इजरायल ने यमन की राजधानी सना में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार को हवाई हमले किए। यह ईरान समर्थित हाउती समूह के हाल के दिनों में दागी गईं मिसाइलों के बाद किया गया है। हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। इजरायली रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा कि हमलों में हाउती की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले आखिरी विमान को भी नष्ट कर दिया गया है। वहीं, पोप लियो ने बुधवार को गाजा में युद्ध विराम की अपील की और इजरायल और हमास से अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का सम्मान करने का आह्वान किया।