आगरा: तिरंगा यात्रा में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने पर हिंदूवादी नेता गोपाल चाहर, अर्जुन गिर्ज समेत कई अज्ञात पर देशद्रोह का मुकदमा, शाहगंज थाने में कांग्रेस नेता की तहरीर पर हुई FIR दर्ज, वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा
आगरा, ताजनगरी आगरा में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां अखिल भारतीय हिंदू महासंघ भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के समर्थन में निकाली गई तिरंगा यात्रा के दौरान ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए जाने का आरोप है। इस घटना के बाद कांग्रेस नेता की तहरीर पर हिंदूवादी नेता गोपाल चाहर, अर्जुन गिर्ज सहित कई अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ शाहगंज थाने में देशद्रोह की गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। यह घटना शनिवार को शाहगंज थाना क्षेत्र में हुई, जिसके बाद सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने से हंगामा मच गया है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, शनिवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता और भारतीय सेना के शौर्य के सम्मान में अखिल भारतीय हिंदू महासंघ भारत की ओर से तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया था। यात्रा के दौरान कार्यकर्ता पूरे जोश में थे और ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ तथा ‘तीनों सेनाओं की जय’ के नारे लगा रहे थे। हालांकि, इसी जोश-जोश में कुछ ऐसा हो गया, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।
वायरल हुए वीडियो में अखंड भारत महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष अर्जुन गिर्ज और कुछ अन्य लोगों को कथित तौर पर ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ की जगह ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए देखा जा रहा है। हैरानी की बात यह रही कि मौके पर मौजूद कई कार्यकर्ताओं ने इस त्रुटि पर ध्यान नहीं दिया और उनके साथ नारेबाजी में शामिल हो गए।
कांग्रेस नेता की तहरीर पर FIR
इस घटना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गया, जिसके बाद तीखी प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं। स्थानीय कांग्रेस नेता ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शाहगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई। कांग्रेस नेता की तहरीर पर पुलिस ने हिंदूवादी नेता गोपाल चाहर, अर्जुन गिर्ज और कई अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ देशद्रोह (IPC की धारा 124A) सहित अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
अर्जुन गिर्ज ने मांगी माफी
वीडियो वायरल होने के बाद अर्जुन गिर्ज ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए खेद व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर कहा कि यह गलती जोश में हुई एक चूक थी और वह इसके लिए देशवासियों से माफी मांगते हैं। हालांकि, इस माफीनामे के बावजूद उन पर देशद्रोह की धाराओं में मुकदमा दर्ज हो चुका है, जो इस मामले की गंभीरता को दर्शाता है।
पुलिस कर रही जांच
शाहगंज थाना पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वायरल वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है और उसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सहायक पुलिस आयुक्त ने इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, पुलिस जल्द ही इस मामले में गिरफ्तारियां कर सकती है।
इस घटना ने आगरा में राजनीतिक और सामाजिक हलकों में एक नई बहस छेड़ दी है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर तिरंगा यात्रा जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रम में ऐसी गंभीर चूक कैसे हो सकती है और क्या यह सिर्फ ‘जोश में हुई गलती’ थी या इसके पीछे कोई और मंशा थी। अब देखना यह होगा कि पुलिस जांच में क्या सामने आता है और इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है।