मथुरा: 24 साल की उम्र में जुर्म की दुनिया में कदम रखा, 22 साल तक कानून से भागता रहा, और अब 46 साल की उम्र में मथुरा पुलिस के हत्थे चढ़ा है। थाना जमुनापार और स्वाट टीम के संयुक्त ऑपरेशन में 15 हजार रुपये का इनामी अपराधी रामेश्वर आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है।
22 साल की फरारी का अंत: आकाश ढाबा से गिरफ्तारी
यह गिरफ्तारी मुखबिर की सटीक सूचना पर आकाश ढाबा, सुखदेवपुर, थाना जमुनापार, मथुरा से हुई। आरोपी की पहचान रामेश्वर पुत्र हरदेव, निवासी फतेहगढ़, थाना बसौली, जिला बूंदी, राजस्थान (उम्र करीब 46 वर्ष) के रूप में हुई है।
रामेश्वर साल 2003 से फरार चल रहा था। उसके खिलाफ 8 जून 2003 को थानाध्यक्ष जमुनापार, अजब सिंह द्वारा आईपीसी की धारा 420, 406, 413, 414, 379, 411 के तहत धोखाधड़ी और चोरी से ‘काला तेल’ निकालकर उसका व्यापार करने और मौके पर माल बरामद होने के संबंध में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
लंबी फरारी और इनाम का ऐलान
इस मामले में विवेचना के बाद पर्याप्त साक्ष्य के आधार पर लक्ष्मण सहित छह अन्य आरोपियों के खिलाफ 20 जून 2003 को न्यायालय में आरोप पत्र (चार्जशीट) दाखिल किया गया था। वहीं, फरार चल रहे अभियुक्त रामेश्वर के खिलाफ फरारी में आरोप पत्र 13 अक्टूबर 2003 को ही न्यायालय भेज दिया गया था।
रामेश्वर लगातार 22 वर्षों से पुलिस की पकड़ से बाहर था। उसकी गिरफ्तारी पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा द्वारा 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
इस सफल गिरफ्तारी को अंजाम देने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक थाना जमुनापार अजय किशोर, निरीक्षक स्वाट टीम जनपद मथुरा छोटे लाल, एसआई अरविंद सिंह (थाना जमुनापार), और एसआई विषय कुमार (थाना जमुनापार) शामिल थे। यह गिरफ्तारी मथुरा पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जिसने लंबे समय से वांछित अपराधी को न्याय के कटघरे में खड़ा किया है।