आगरा। विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस, 15 जून के अवसर पर, उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार और जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आगरा, संजय कुमार मलिक के आदेशानुसार, आगरा के राम लाल वृद्ध आश्रम में एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
इस मौके पर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा के सचिव, डॉ. दिव्यानंद द्विवेदी ने बुजुर्गों को संबोधित करते हुए कहा कि, “बुजुर्ग समाज पर बोझ नहीं, बल्कि वह अनुभव का ऐसा खजाना हैं जो किसी पुस्तक में नहीं मिलता। हमें उनका सम्मान करना चाहिए, क्योंकि कल उनका स्थान हमारा होगा। उनकी सेवा बोझ नहीं, बल्कि सौभाग्य है – और यही हमारी संस्कृति की पहचान है।”
डॉ. द्विवेदी ने शिविर में उपस्थित वृद्धजनों और उनके परिजनों को नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100 के बारे में जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने उन्हें उनके कानूनी अधिकारों एवं संरक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण विधिक जानकारियाँ भी प्रदान कीं, ताकि वे किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार या समस्या का सामना करने पर सहायता प्राप्त कर सकें।
राम लाल वृद्ध आश्रम के अध्यक्ष, शिव प्रसाद शर्मा ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से बुजुर्गों को समाज में अपने महत्व और अधिकारों को समझने में काफी मदद मिलती है, जिससे वे अधिक सशक्त महसूस करते हैं।
इस जागरूकता शिविर में वृद्ध आश्रम के निवासियों के साथ-साथ उनके कई परिजन भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम के समापन पर, सभी उपस्थित वृद्धजनों को फल वितरित किए गए। यह आयोजन बुजुर्गों के प्रति सम्मान और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक सराहनीय कदम था।