आगरा। भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने वाली बीजेपी की सरकार में भी भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग रही है | उमरे के आगरा रेल मंडल के निर्माण विभाग में सीबीआई ने छापा मार कर रेलवे के दो अधिकारियों को रिश्वत लेने के मामले में हिरासत में ले लिया | सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है | पकड़े गए आरोपियों को गाजियाबाद स्थित सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा |
आपको बताते चलें कि आगरा रेल मंडल के सिग्नल और टेलीकॉम विभाग में डिप्टी चीफ मुकेश कुमार और सेक्शन इंजीनियर विजय सिंह के भ्रष्टाचार में लिप्त होने की सूचना सीबीआई को सूचना मिली थी | सूत्रों की माने तो इनके द्वारा प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टरों से अपने कार्यक्षेत्र में काम देने और बिल पास करने के एवज में मोटी रिश्वत मांगी जाती है | इसी सूचना पर सीबीआई ने जांच किया और जांच में पता चला कि जयपुर स्थित मै. शिवाकृति इंटरनेशनल लिमिटेड के एमडी शिव दयाल शर्मा, डायरेक्टर आदित्य अवस्थी और कंपनी में सुपरवाइजर ब्रह्मानंद निवासी मथुरा डिप्टी चीफ मुकेश कुमार और विजय सिंह के लगातार संपर्क में हैं | इनके द्वारा दोनों अधिकारियों को बिल पास कराने और उनकी कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट देने के लिए संपर्क किया जाता है |
सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में आरोप है कि कंपनी के सुपरवाइजर ब्रह्मानंद द्वारा मुकेश कुमार को 23 जनवरी 2023 को दो लाख रुपए की रिश्वत दी गई थी | इसके बाद 17 फरवरी को फिर से ब्रह्मानंद द्वारा मुकेश कुमार को 1.23 लाख रुपए रिश्वत उनके आफिस में दी गई | एफआईआर के अनुसार सीनियर सेक्शन इंजीनियर विजय सिंह ने 14 फरवरी को शिवाकृति इंटरनेशनल के सुपरवाइजर ब्रह्मानंद से बिल पास कराने के एवज में रिश्वत मांगी | उन्होंने ब्रह्मानंद से कहा कि वह पांच लाख रुपए लेकर उसके मथुरा स्थित गांव आ रहे हैं | 18 फरवरी को कंपनी के अधिकारी ने ब्रह्मानंद को पांच लाख रुपए सौंप दिए | 20 फरवरी को ब्रह्मानंद ने सीनियर सेक्शन इंजीनियर को मथुरा में रिश्वत दी | सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने रेलवे के अधिकारी को रिश्वत लेते पकड़ लिया | सीनियर सेक्शन इंजीनियर को पकड़ने के बाद सीबीआई ने उससे पूछताछ की | इसके बाद सीबीआई की टीम सोमवार रात को डीआरएम कार्यालय पहुंची | टीम ने यहां पर सिग्नल एंड टेलीकॉम विभाग के डिप्टी चीफ मुकेश कुमार के कार्यालय में छानबीन की |
बताया गया है कि मंगलवार को सीबीआई ने मुकेश कुमार से पूछताछ की और रेलवे के दोनों अधिकारियों को अपने साथ ले गई है | सीबीआई ने इस मामले में छह नामजद व अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है |