अग्रभारत,
आगरा। एस एन मेडिकल कॉलेज के गैस्ट्रो सर्जरी विभाग में 70 वर्षीय महिला रेक्टल प्रोलेप्स की परेशानी के साथ भर्ती हुई थी रेक्टल प्रोलैप्स एक चिकित्सा स्थिति है जो कि तब होती है जब मलाशय ;बड़ी आंत का सबसे निचला हिस्साद्ध गुदा के माध्यम से बाहर निकलता है। मलाशय बड़ी आंत का अंतिम भाग हैए जिसे गुदा द्वार कहा जाता है। जिसके माध्यम से मल शरीर से बाहर निकलता है। यह बीमारी कई कारणों से होती है जैसे कि कई बच्चों को जन्म देनाण् पेल्विक फ्लोर की कमजोरी कब्ज आदि। आमतौर पर यह औपन सर्जरी द्वारा ऑपरेट किया जाता है जिसकी सर्जरी में एक बड़ा चीरा लगता है और मरीज को स्वस्थ होने के लिए लंबा समय लग जाता है।
एसएन मेडिकल कॉलेज के गैस्ट्रो सर्जरी विभाग के सहायक आचाय डॉ चंदन चटर्जी ने लेप्रोस्कोपिक सर्जरी द्वारा मरीज का सफल ऑपरेशन किया। इस लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में गैस्ट्रो सर्जन सहायक आचार्य डॉ सचिन अरोरा एवं सहायक आचार्य डॉ रोहित धवन का सहयोग रहा। रेक्टल प्रोलेप्स के लक्षणों में शामिल हैं .
मल त्याग करते समय गुदा से सूजन या गांठ का निकलना । मल त्याग को नियंत्रित करने में कठिनाईऽ कब्ज या दस्त मलाशय से रक्त का रिसनाऽ मल त्याग के बाद भी मलाशय खाली ना होने का एहसास। इस सम्बन्ध में एस एन मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ प्रशांत गुप्ता ने कहा कि मरीजों के लिए इस तरह की उन्नत और गुणवतापूर्ण उपचार सुविधाएं अब मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध है जिससे सभी मरीजों को लाभ प्राप्त होगा।