वैश्य समाज की एकजुटता ने क्षेत्रवासियों को सोचने के लिए लिया मजबूर
विनोद अग्रवाल के सफल मैनेजमेंट ने महोत्सव में लगाए चार चांद
किरावली। किरावली कस्बा क्षेत्र ही जहीन अपितु समस्त देहात क्षेत्र में विनोद अग्रवाल, वह सफल चेहरा बन चुका है, जिसके युवा से लेकर बुजुर्ग भी मुरीद रहते हैं। क्षेत्र की राजनीति में चाणक्य कहे जाने वाले उनके पिता पूर्व चेयरमैन मुरारीलाल अग्रवाल के पदचिन्हों पर चलकर विनोद अग्रवाल ने सफलता के के कीर्तिमान स्थापित कर लिए हैं, जिसका सभी वर्गों में चर्चा होना स्वाभाविक है।
आपको बता दें कि बीते दिनों कस्बा किरावली में महाराजा अग्रसेन जयंती महोत्सव आयोजित किया गया। किरावली में विगत वर्षों से जयंती कार्यक्रम किन्हीं कारणों से स्थगित चल रहा था। समाज की एकजुटता को बनाए रखने के लिए विनोद अग्रवाल द्वारा पहल कर जयंती कार्यक्रम को महोत्सव का रूप देकर समाज के सामूहिक सहयोग से सफल बनाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी। विनोद अग्रवाल की मुहिम को समाज के लोगों का भरपूर सहयोग मिलने लगा, जो कि देखते ही देखते कारवां बन गया। आमतौर पर एकदिवसीय होने वाला जयंती कार्यक्रम तीन दिवसीय महोत्सव में तब्दील हो गया। प्रथम दिवस विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं, द्वितीय दिवस शोभायात्रा और तृतीय दिवस विशाल कवि सम्मेलन, जिसके हजारों लोग साक्षी बने। यह सब विनोद अग्रवाल की अगुवाई में सामूहिक प्रयासों का नतीजा था।
महोत्सव की पूरे क्षेत्र में हो रही चर्चा
लीक से हटकर कार्य करने के लिए मशहूर विनोद अग्रवाल की अगुवाई में आयोजित हुए समस्त अग्रवाल समाज के इस कार्यक्रम की पूरे देहात क्षेत्र में चर्चा हो रही है। किरावली के अग्रवाल समाज द्वारा आमंत्रित किए गए दूरा, फतेहपुर सीकरी, कागारौल, अछनेरा, रायभा समेत विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे सजातीय भी महोत्सव की भव्यता देखकर दंग रह गए। सबसे महत्वपूर्ण महोत्सव में पूर्व विधायक महेश गोयल, एमएलसी आकाश अग्रवाल समेत समाज के पूर्व और वर्तमान चेयरमैनों और अन्य जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी ने चार चांद लगा दिए। इस महोत्सव ने किरावली के अग्रवाल समाज के लिए आदर्श स्थापित कर दिया है।
समाज की एकजुटता से सफल एल महोत्सव
विनोद अग्रवाल ने बताया कि देश की अर्थव्यवस्था में अग्रवाल वैश्य समाज का महत्वपूर्ण योगदान होता है। प्रत्येक सफल कार्यक्रम के सूत्रधार वैश्य समाज के लोग ही होते हैं। अपने आराध्य अग्रसेन महाराज के जयंती का कार्यक्रम जब निर्धारित हुआ तो समाज में विशेष उत्साह दिखने लगा। इसी उत्साह ने महोत्सव की सफलता में इजाफा कर दिया। समाज की इस एकजुटता को आगे भी कायम रखा जाएगा। वैश्य महिला मंडल भी सम्मान की सदैव हकदार हैं। इस संगठन की सदस्य महिलाओं द्वारा अथक परिश्रम कर समाज की महिलाओं को एक मंच पर लाया गया