आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा सिविल कोर्ट परिसर स्थित डाकखाने में रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट काउंटर की स्थिति अब बेहद ही चिंताजनक हो गई है। कोर्ट में निरंतर बढ़ रहे मुकदमों के साथ-साथ न्यायिक कार्यों से जुड़ी डाक सेवाओं की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन डाकखाने में उपलब्ध सुविधाएं इस बढ़ती हुई मांग के मुकाबले न के बराबर हैं।
आगरा सिविल कोर्ट में हर साल दो लाख से अधिक नए मुकदमे दर्ज होते हैं और वर्तमान में पांच लाख से अधिक मुकदमे लंबित हैं। ऐसे में कोर्ट द्वारा भेजे जाने वाले नोटिस, सम्मन, और अन्य न्यायिक प्रपत्रों की डाक सेवाओं का बोझ बढ़ता जा रहा है। लेकिन इसका हल निकाला जाना बेहद जरूरी है, क्योंकि कोर्ट परिसर स्थित डाकखाने की स्थितियां काफी दयनीय हैं।
एक काउंटर पर घंटों इंतजार
डाकखाने में केवल एक रजिस्ट्री काउंटर होने के कारण वहां के कार्यों में अक्सर विलंब होता है। रजिस्ट्री करने में घंटों का समय लगता है, और इसी दौरान पोस्टल स्टाफ द्वारा कुछ विशेष व्यक्तियों को प्राथमिकता देने की वजह से अन्य लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस वजह से नियमित रूप से लाइन में लगे लोग कई बार आपस में बहस और तकरार करने को मजबूर हो जाते हैं। इसके अलावा, कोर्ट द्वारा भेजे जाने वाली रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट को शहर के अन्य डाकघरों से लेने से मना कर दिया जाता है, जिससे पूरा बोझ दीवानी कोर्ट परिसर स्थित डाकखाने पर ही आ जाता है।
अतिरिक्त काउंटर की आवश्यकता
सिविल कोर्ट में बढ़ती डाक सेवाओं के बोझ को देखते हुए यह आवश्यक हो गया है कि डाकखाने में अतिरिक्त काउंटर की व्यवस्था की जाए। अगर यहां पर कम से कम चार काउंटर की व्यवस्था कर दी जाए तो डाक सेवा में सुधार हो सकता है और न्यायिक कार्यों में भी तेजी आ सकती है।
इस संबंध में सिविल कोर्ट परिसर के डाकखाने की स्थिति को लेकर कोर्ट में कार्यरत वकील और अन्य कर्मचारियों ने कई बार ध्यान आकर्षित किया है। उनका कहना है कि जब तक पोस्टल विभाग इस समस्या का समाधान नहीं करता, तब तक यहां का कार्य सुचारू रूप से नहीं हो सकता है।