आगरा। थाना शाहगंज क्षेत्र के डिवीजन चौकी में एक गंभीर मारपीट का मामला सामने आया है, जिसमें हिस्ट्रीशीटर दीपेंद्र वर्मा उर्फ निठारिया और उसके पुत्र मृदुल वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने पीड़िता जया अग्रवाल और उनके पति जितेंद्र अग्रवाल के साथ मारपीट की।
यह घटना उस समय हुई जब पीड़ित परिवार ने दीपेंद्र वर्मा के निर्माणाधीन मकान के जंगले को लेकर विरोध किया। जया अग्रवाल के मकान के पास ही उनकी बेटी मोनिका वर्मा का मकान है, और दीपेंद्र वर्मा का मकान निर्माणाधीन था। इस निर्माण कार्य में हो रही परेशानी को लेकर विवाद बढ़ा, जिसके बाद दीपेंद्र वर्मा और उनके पुत्र ने पीड़ित परिवार के साथ मारपीट की।
पीड़िता जया अग्रवाल और उनके पति ने इस मामले की शिकायत थाना शाहगंज चौकी में की, लेकिन पुलिस ने उन्हें मेडिकल चिट्ठी देने से मना कर दिया, जिससे पीड़िता और उनके पति का मेडिकल नहीं हो पाया।
पीड़िता ने यह भी बताया कि दीपेंद्र वर्मा उर्फ निठारिया का नाम थाना शाहगंज की हिस्ट्रीशीटर लिस्ट में शामिल है और वह पहले भी कई अपराधों में शामिल रहा है। दीपेंद्र वर्मा चोरी के सोने और चांदी के माल की खरीद-फरोख्त के मामलों में पहले भी जेल जा चुका है। 2024 में वह जेल से छूटकर आया था।
हिस्ट्रीशीटर का इस तरह का खौफ पीड़ित परिवार में इस हद तक बढ़ चुका है कि उन्हें अपनी जान-माल का खतरा महसूस हो रहा है। इस स्थिति में, पीड़िता ने अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर आगरा पुलिस आयुक्त के पास गुहार लगाई है।
अब देखना यह है कि पुलिस प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और पीड़िता को न्याय दिलवाने के लिए किस तरह से कार्रवाई की जाती है।