अलीगढ़ में पुलिस प्रताड़ना के चलते एक महिला की आत्महत्या का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया, जिसके बाद संबंधित थाने के एसओ को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
घटना का विवरण
महिला के भाई पर एक विधवा महिला के साथ मारपीट का मुकदमा दर्ज है। आरोप है कि पुलिस ने महिला और उसके बेटे को थाने ले जाकर पीटा और देर शाम छोड़ दिया। इसके बाद महिला ने घर से कुछ ही दूरी पर पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली। स्थानीय लोगों ने घटना के बाद प्रदर्शन किया और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। एसएसपी संजीव सुमन ने दादों थाने के एसओ योगेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। एसपी देहात को मामले की जांच सौंपी गई है।
मामले की पृष्ठभूमि
विधवा महिला मीना ने याकेश यादव और उसके साथियों के खिलाफ मारपीट और छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था।पुलिस को सूचना मिली थी कि याकेश यादव ने हमले में इस्तेमाल की गई पिस्टल और तमंचा अपनी बहन लक्ष्मी देवी के पास रखा है। इसी सिलसिले में पुलिस लक्ष्मी और उसके बेटे को पूछताछ के लिए थाने ले गई थी।
बाइपोलर डिसऑर्डर और आत्महत्या
इस मामले में बाइपोलर डिसऑर्डर की भी बात सामने आई है। बाइपोलर डिसऑर्डर एक मानसिक रोग है, जिसमें व्यक्ति दो तरह के मूड से गुजरता है। इस डिसऑर्डर से जूझ रहे लोगों में आत्महत्या की दर काफी उच्च होती है। मेनिऐक एपिसोड में मरीज को नींद की जरूरत महसूस नहीं होती और वह हद से ज्यादा पॉजिटिव रहता है। डिप्रेसिव एपिसोड में मरीज दुख, उदासी, निराशा और कम ऊर्जा का अनुभव करता है। कई मरीजों को आत्महत्या का विचार आता है या वे खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं।