मुंबई अटैक के गुनहगार तहव्वुर राणा को भारत लाने का रास्ता साफ, US सुप्रीम कोर्ट ने प्रत्यर्पण को दी मंजूरी

Dharmender Singh Malik
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मुंबई अटैक के गुनहगार तहव्वुर राणा को भारत लाने का रास्ता साफ, US सुप्रीम कोर्ट ने प्रत्यर्पण को दी मंजूरी
नई दिल्ली: 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के दोषी तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) के भारत प्रत्यर्पण की राह अब पूरी तरह से साफ हो गई है। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने उनके प्रत्यर्पण के खिलाफ दायर की गई समीक्षा याचिका को खारिज कर दिया है, जिससे भारत के लिए इस मामले में एक बड़ी जीत हुई है। राणा पर मुंबई हमले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आरोप है और भारत अब उसे अपने न्यायालयों के समक्ष लाने की प्रक्रिया शुरू करेगा।

तहव्वुर राणा पर क्या आरोप हैं?

तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक हैं और उन्हें 26/11 के मुंबई हमलों में अपनी भूमिका के लिए प्रमुख आरोपी माना जाता है। मुंबई पुलिस की चार्जशीट में राणा का नाम पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक सक्रिय सदस्य के रूप में लिया गया है। आरोप है कि राणा ने हमले के मास्टरमाइंड डेविड हेडली की मदद की, जिसने मुंबई के विभिन्न स्थानों की रेकी की थी और वहां हमले की योजना बनाई थी।

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कौन है डेविड हेडली?

डेविड हेडली, जो 26/11 के हमले का मुख्य मास्टरमाइंड है, तहव्वुर राणा का बचपन का दोस्त था। हेडली अमेरिकी नागरिक था और उसे 2013 में अमेरिकी अदालत ने मुंबई हमलों में शामिल होने के लिए 35 साल की सजा सुनाई थी। राणा ने अपनी कंसल्टेंसी कंपनी ‘फर्स्ट वर्ल्ड इमिग्रेशन सर्विसेज’ के जरिए हेडली को मुंबई में आतंकवादी हमले के लिए महत्वपूर्ण जानकारी दी थी।

मुंबई हमला और आतंकवादी हमले के घटनाक्रम

26 नवंबर, 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने भारी मात्रा में हथियारों के साथ मुंबई में घुसकर तबाही मचाई थी। इन आतंकियों ने मुंबई के 9 प्रमुख स्थानों को निशाना बनाया, जिनमें ताज होटल, ओबेरॉय होटल, लियोपोल्ड कैफे, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस जैसी प्रमुख जगहें शामिल थीं। हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

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अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का फैसला

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 13 नवंबर को तहव्वुर राणा द्वारा दायर की गई समीक्षा याचिका पर सुनवाई से इनकार किया, जिससे उनकी भारत प्रत्यर्पण प्रक्रिया को मंजूरी मिल गई। राणा को फिलहाल लॉस एंजिल्स के मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में हिरासत में रखा गया है।

भारत ने इस मामले में अमेरिकी अधिकारियों से सभी जरूरी दस्तावेजों को साझा किया था, जिसमें 26/11 हमलों में राणा की भूमिका को लेकर सबूत शामिल थे। अब भारत, राणा के प्रत्यर्पण के लिए उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन करेगा और उसे भारतीय न्यायालयों के समक्ष पेश करेगा।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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